दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में 6 साल की मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी कर उसकी हत्या के आरोपी का केस कोई वकील नहीं लड़ेगा। यह फैसला अधिवक्ता संघ ने लिया है।
अधिवक्ता संघ के कोषाध्यक्ष अनिल जायसवाल ने कहा, जिले के इतिहास के लिए कल काला दिन था। हमारी संघ ने फैसला लिया है कि कोई भी वकील आरोपी का केस नहीं लड़ेगा। संघ के सचिव रविशंकर सिंह ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि वकील संघ एकजुट है। कोई भी वकील आरोपी का केस नहीं लड़ेगा।
ये है पूरा मामला
यह घटना मोहन नगर थाना क्षेत्र के उरला इलाके में घटी, जहां 6 साल की बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिजनों ने रविवार, 6 अप्रैल 2025 को सुबह 9 बजे दर्ज कराई थी। बच्ची अपनी दादी के घर कन्या भोज के लिए गई थी, लेकिन उसके बाद वह घर नहीं लौटी। पुलिस ने तलाश शुरू की, लेकिन शाम 7:30 बजे एक दर्दनाक खुलासा हुआ जब बच्ची की लाश दादी के घर के बाहर खड़ी एक कार की डिक्की में मिली।
परिजनों ने शव को बाहर निकाला, जहां बच्ची खून से लथपथ और गंभीर हालत में पाई गई। बच्ची के पूरे शरीर पर चोट के निशान थे, चमड़ी उधड़ चुकी थी, और वह कार की सीट के नीचे बुरी तरह जख्मी अवस्था में पड़ी थी। परिजनों ने उसे तुरंत दुर्ग जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
प्रारंभिक जांच से बलात्कार और हत्या की पुष्टि हुई है। चाचा पर शक घटना के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों में आक्रोश फूट पड़ा। देर रात भीड़ ने संदिग्ध माने गए कार मालिक के घर और कार पर हमला कर तोड़फोड़ की, साथ ही आग लगा दी।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कार मालिक, उसके ड्राइवर, और 5 अन्य लोगों को हिरासत में लिया, जिसमें बच्ची का चाचा भी शामिल था। पुलिस ने बताया कि चाचा ने अपराध स्वीकार कर लिया है और उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ जारी है।