मुंबई। केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने शुक्रवार को कहा कि जजों की नियुक्ति की वर्तमान कोलेजियम प्रणाली अपारदर्शी है। सबसे योग्य व्यक्ति को जज नियुक्त किया जाना चाहिए, उसे नहीं जिसे कोलेजियम जानता है। एक मीडिया हाउस के कार्यक्रम में रिजिजू ने कहा, ‘मैं न्यायपालिका या जजों का आलोचक नहीं हूं.. मैं सुप्रीम कोर्ट की वर्तमान कोलेजियम प्रणाली से खुश नहीं हूं। कोई भी प्रणाली दोषहीन नहीं होती। हमें हमेशा प्रणाली को बेहतर बनाने की दिशा में काम करना चाहिए। प्रणाली को जवाबदेह और पारदर्शी होना चाहिए। अगर यह अपारदर्शी है तो संबंधित मंत्री नहीं बोलेगा तो उसके विरुद्ध और कौन बोलेगा।’
जज करते हैं अपने साथियों की सिफारिश
कानून मंत्री ने कहा कि वह सिर्फ लोगों के विचार सामने रख रहे हैं जिनमें वकील समुदाय और कुछ जज भी शामिल हैं। वर्तमान कोलेजियम प्रणाली का बुनियादी दोष यह है कि जज अपने उन साथियों की सिफारिश कर रहे हैं जिन्हें वे जानते हैं। लिहाजा, वे उस जज की सिफारिश नहीं करेंगे जिसे वे नहीं जानते। जब रिजिजू से पूछा गया कि अगर इस प्रक्रिया में सरकार शामिल हुई तो वह कैसे अलग होगी, इस पर उन्होंने कहा कि सरकार के जानकारी एकत्रित करने का एक स्वतंत्र तंत्र होता है। सरकार के पास इंटेलिजेंस ब्यूरो है और कई अन्य रिपोर्टें होती हैं, लेकिन न्यायपालिका और जजों के पास ये नहीं होते। पूरी दुनिया में जजों की नियुक्ति सरकारें करती हैं।