नईदिल्ली. छत्तीसगढ़ से कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने आज राज्यसभा में अपना वक्तव्य देकर उपराष्ट्रपति और सांसदों को हतप्रभ कर दिया. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि नए सभापति, पिछले सभापतियों की तरह ही हमारे सवाल पूछने के हक़ की हिफ़ाज़त करेंगे. उन्होंने कहा कि हम सभापति को अपने संरक्षक के तौर पर देखते हैं.
श्रीमती रंजन ने अपने भाषण में कहा कि राज्यसभा सह उपराष्ट्रपति के सम्मान में मैं स्वागत संबोधन दे रही हूं. मैं आपको बधाई देती हूं. इससे पहले मैं लोकसभा में थी और कई स्पीकर को समझने का मौका मिला था विशेषकर सोमनाथ दा, संगमा साहब और वैंकेया नायडू, इन सभी ने एक छाप छोड़ी थी.
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रंजीत रंजन ने आगे कहा कि हमारे सदन की गरिमा धीरे—धीरे नीचे आ रही है. पक्ष हो या विपक्ष, हम सबको महत्वपूर्ण विषय पर डिबेट करना चाहिए. एक दूसरे को सुनने का साहस और धैर्य होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें बहुत उम्मीद है नए उप सभापति से. बाकी स्पीकर्स की तरह ही आप भी सदन की गरिमा को बचाने के लिए अहम रोल निभाएंगे. खासकर हम विपक्ष के, सवाल पूछने का अधिकार को आप मरने नही देंगे, यही उम्मीद है,