CG Budget Session 2024: 216 करोड़ की राशन घोटाले की जांच करेगी विधायकों की समिति, अपनी ही सरकार के मंत्री के जवाब से BJP विधायक असंतुष्‍ट


Chhattisgarh Budget Session 2024: राज्य सरकार ने पीडीएस वितरण 216.08 करोड़ रुपये की गड़बड़ी स्वीकार की है। विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने गड़बड़ी का ब्योरा सामने रखा। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हुए राशन घोटाले की विधायकों की समिति से जांच कराने की घोषणा भी की।

 रायपुर । राज्य सरकार ने पीडीएस वितरण 216.08 करोड़ रुपये की गड़बड़ी स्वीकार की है। विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने गड़बड़ी का ब्योरा सामने रखा। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हुए राशन घोटाले की विधायकों की समिति से जांच कराने की घोषणा भी की। मंत्री बघेल ने बताया उचित मूल्य दुकानों में सितंबर 2022 के बजट स्टाक का सत्यापन खाद्य अधिकारियों ने किया था। जांच रिपोर्ट दिसंबर 2022 से मई 2023 के दौरान प्रस्तुत की गई। राज्य की कुल 13,392 उचित मूल्य दुकानों का भौतिक सत्यापन किया गया। 24 मार्च 2023 की स्थिति में 5,882 दुकानों में 54,240 टन चावल (राशि 192.65 करोड़ रुपये), 5,442 दुकानों में 2,807 टन शक्कर (राशि 10.009 करोड़), 3,771 दुकानों में 2,440 टन चना (राशि 13.34 करोड़ रुपये) कम पाया गया। कुल 216.08 करोड़ के राशन की कमी पाई। विभाग ने 227 दुकानें निलंबित कीं, 181 दुकानें निरस्त करते हुए 24 दुकान संचालकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई।

इससे पहले प्रश्नकाल में भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने पीडीएस चावल में अनियमितता और हेराफेरी का मामला उठाया। उन्होंने जांच रिपोर्ट की जानकारी मांगी। विभागीय मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने हंगामा भी किया। विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि जांच मामले में आसंदी के आदेश की अवमानना हो रही है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने कहा कि आंसदी के आदेश-निर्देश का समयबद्ध पालन करना जरूरी होता है।

विधायक धरमलाल ने सदन में कहा कि जब अमरजीत भगत (पूर्व खाद्य मंत्री) ने 24 मार्च 2023 तक मामले का परीक्षण पूरा करने का निर्देश जारी किया तो उस समय बाकी सदस्यों ने मेज थपथपाकर उनका स्वागत किया था। जब 24 तारीख आयी तो यहां से रफू-चक्कर हो गए।

मंत्री के जवाब से सत्ता पक्ष के विधायक रहे असंतुष्ट

सदन में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल के दिए गए जवाब पर सत्ता पक्ष के विधायक संतुष्ट नहीं हुए। मंत्री बघेल ने कहा कि गड़बड़ी मेरे कार्यकाल की नहीं है। इस पर आसंदी ने कहा कि कार्यकाल किसी का हो। मंत्री, मंत्री होता है। सरकार का दायित्व चलता रहता है। इसलिए यह नहीं कहा जा सकता है कि मेरे कार्यकाल का नहीं है। मंत्री बघेल ने कहा कि हम तो स्वीकार कर रहे हैं कि गड़बड़ी हुई है। इस पर धरमलाल कौशिक ने कहा कि जब अनियमितता हुई है तो कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है।

विधायक अजय चंद्राकर ने भी कहा की कार्रवाई कब तक होगी, यही बता दीजिए। उत्तर से 216 करोड़ तो प्रमाणित हो रहा है। सभी दुकानों की जांच हो। सभी की जांच हुई या नहीं, उत्तर से स्पष्ट नहीं हो रहा है। आसंदी का निर्देश था कि पूरी दुकानों की जांच हो। विधायक राजेश मूणत ने कहा कि नियमों के अनुसार राशन दुकानों में भ्रष्टाचार पर जेल का प्रविधान है। राशन दुकानदारों से छह से आठ हजार रुपये लेकर उनकी बहाली कर दी गई। चोर चोरी करके चला गया। मूणत ने मामले में कठोर कार्रवाई की मांग की।

बृजमोहन ने की जांच कराने की घोषणा

सत्ता पक्ष के विधायकों से बहस के बाद संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मामले में विधायकों की समिति से जांच कराने की घोषणा की।

 


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