पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा और रायपुर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने मंगलवार को कमान संभाल ली है। रायपुर में बड़ी चुनौती चाकूबाजी, नशा और लूट माना जा रहा है।
रायपुर। पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्राऔर रायपुर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने मंगलवार को कमान संभाल ली है। रायपुर में बड़ी चुनौती चाकूबाजी, नशा और लूट माना जा रहा है। वहीं, आए दिन हो रही बाइक चोरी पुलिस के लिए बड़ी मुसीबत है। अब देखना होगा कि नए एसपी किस तरह से अपराध पर लगाम लगाएंगे। इतना ही नहीं आगामी लोकसभा चुनाव भी बड़ी चुनौती की रूप में होगा।
एसपी संतोष सिंह ने कहा रायपुर जिला मेरे लिए अतिमहत्वपूर्ण है। मेरी कोशिश होगी कि पुलिस और आम लोगों के बीच की दूरियां कम हो। साथ ही अपराधियों पर लगाम लगाया जाएगा। नशा और अपराध के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा।
अब तक इतने जिलों के रहे एसपी
संतोष सिंह रायपुर आने से पहले कोंडागांव, नारायणपुर, महासमुंद, कोरिया, राजनांदगांव, रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर में एसपी के पद पर कार्य कर चुके हैं। नशे के खिलाफ लंबे समय से निजात नाम से अभियान चला रहे हैं। इसके लिए कई पुरस्कार भी मिले। उन्हें अमेरिका का अंतरराष्ट्रीय आइएसीपी अवार्ड, चैंपियन आफ चेंज अवार्ड भी मिला है।
तेजतर्रार हैं आइजी अमरेश मिश्रा
आइपीएस अमरेश मिश्रा एनआइए से रिलीव होने के बाद रायपुर आइजी का पदभार संभाल लिया। पदभार संभालने पहुंचे आईजी का रेंज मुख्यालय में पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने अगुवानी की। आइपीएस अमरेश मिश्रा छत्तीसगढ़ कैडर के 2005 बैच के आइपीएस अफसर हैं। अमरेश मूलतः बिहार से हैं। बिलासपुर में उन्होंने अपना प्रोबेशन पूरा किया। छत्तीसगढ़ में वे नारायणपुर, दंतेवाड़ा कोरबा, दुर्ग और रायपुर यानी पांच जिलों के एसपी रहे। रायपुर एसपी रहने के दौरान ही वे 2019 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नेशनल जांच एजेंसी एनआइए में एसपी बनकर चले गए। वहीं रहते हुए वे अब आइजी प्रमोट हुए हैं।