रायपुर। राजधानी रायपुर समेत पूरे जिले में लगातार हो रहे सड़क हादसे में वाहन चालकों की मौत से चिंतित यातायात पुलिस ने शनिवार और रविवार रात को नशेड़ी वाहन चालकों के खिलाफ जांच अभियान चलाया। जांच में 23 वाहन चालक नशे की हालत में गाड़ी चलाते पकड़े गए। दरअसल एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने नशे की हालत में वाहन चलाने वाले चालकों पर सख़्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में हर वीकेंड के शनिवार और रविवार को यातायात पुलिस की टीम नशेड़ी वाहन चालकों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर मोटर यान अधिनियम के तहत न केवल कार्रवाई कर रही है बल्कि उनके चालान को कोर्ट भेज रही है। कोर्ट से प्रत्येक प्रकरण में दस-दस हज़ार रूपए का जुर्माना लगाया गया है। 23 नशेड़ी वाहन चालकों का प्रकरण भी कोर्ट में भेजा गया है।
पांच महीने में दो सौ का कटा चालान
एएसपी यातायात जयप्रकाश बढ़ई ने बताया कि सड़क दुघर्टना वर्तमान समय में सुरक्षित यातायात में सबसे बडी चुनौती बनी हुई हैं। सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति के साथ ही पीड़ित परिवार के लिए भी बहुत बड़ा अभिशाप बनते जा रहा है। सड़क दुघर्टना होने पर पीड़ित परिवार को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सड़क दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण नशे की हालत में वाहन चलाना है, जिस पर नियंत्रण रखना अत्यंत आवश्यक है।
नियमों का करें पालन
इसी उद्धेश्य से यातायात पुलिस प्रत्येक वीक के एंड मे नशे में वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ जांच अभियान चलाकर कार्रवाई कर रही है। जनवरी 2023 से अब तक लगभग दो सौ नशेड़ी वाहन चालकों के खिलाफ मोटर यान अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा चुकी है। यह अभियान लगातार जारी रहेगा। यातायात पुलिस के अफसरों ने वाहन चालकों से अपील की है कि नशे की हालत में वाहन ना चलाएं। यातायात नियमों का पालन करें, दो पहिया में तीन सवारी ना चले। बिना हेलमेट दो पहिया वाहन ना चलाएं, चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट अवश्य लगाए।