मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खेरसान के रण क्षेत्र से नागरिकों को पूरी तरह से निकल जाने के लिए कहा है। यूक्रेन समर्थक नागरिकों के यहां से पहले ही पलायन कर जाने के बाद अब वहां पर केवल रूस समर्थक बचे हैं। इन्हीं समर्थकों ने जनमत संग्रह में रूस में शामिल किए जाने के लिए वोट दिया था। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण खेरसान युद्ध के शुरुआती हफ्तों में ही रूसी सेना के कब्जे में आ गया था।
रूसी समर्थक नागरिकों का जारी है पलायन
समुद्र के किनारे का यह प्रांत रूस के कब्जे वाले क्रीमिया के नजदीक है। इस समय क्रीमिया को जलापूर्ति भी खेरसान के बांध से हो रही है। अमेरिका से उन्नत हथियार मिलने के बाद यूक्रेनी सेना ने सितंबर में रूसी कब्जे वाले इलाकों को वापस अपने नियंत्रण में लेने के लिए दबाव बढ़ाया। इसके चलते रूसी सेना को खार्कीव इलाका छोड़ना पड़ा और खेरसान में भी पीछे हटना पड़ा। खेरसान प्रांत में अब खेरसान शहर और उसके नजदीक का कुछ क्षेत्र ही रूसी सेना के नियंत्रण में बचा है। वहां से पिछले कई हफ्तों से रूस समर्थक नागरिकों का पलायन जारी है।
राष्ट्रपति पुतिन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा
गुरुवार को राष्ट्रपति पुतिन ने क्षेत्र के सभी लोगों को ठिकाना छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है। इन नागरिकों के लिए सुरक्षित क्षेत्र रूस और रूस समर्थकों के कब्जे वाले डोनबास के शहर हैं। खेरसान में रूसी सेना जिस तरह से बिना लड़े ही पीछे हट रही है और गुरुवार को रूस द्वारा नियुक्त डिप्टी गवर्नर किरिल स्ट्रेमौसोव ने कई वीडियो जारी करके नागरिकों से क्षेत्र छोड़ने के लिए कहा है, उससे यूक्रेन भी सशंकित है। यूक्रेनी सेना इसे रूस की फंसाने वाली चाल मान रही है। इसलिए रूस के खाली किए इलाकों में यूक्रेनी सेना अभी घुस नहीं रही है।
यूक्रेन के 50 लाख लोगों पर बिजली-पानी का संकट
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस पर ऊर्जा आतंक फैलाने का आरोप लगाया है। कहा है कि ऊर्जा संयंत्रों पर रूस के हमले से यूक्रेन के करीब 50 लाख लोग बिना बिजली के रह रहे हैं। इनमें से बड़ी संख्या में लोगों को पानी की किल्लत भी झेलनी पड़ रही है। केवल राजधानी कीव के साढ़े चार लाख अपार्टमेंट बिना बिजली के हैं। कीव के मेयर विटाली क्लित्सचको ने लोगों से बिजली और पानी की हर संभव तरीके से बचत का आग्रह किया है।