इन दिनों देश में फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ की धूम है। इस रीयलिस्टिक फिल्म को दर्शकों का जबर्दस्त रिस्पांस मिल रहा है और फिल्म समीक्षक भी इसकी बहुत सराहना कर रहे हैं। युवाओं को यह फिल्म खास तौर पर पसंद आ रही है। इस बीच आज पश्चिम बंगाल सरकार ने फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इस पर फिल्म के निर्माता विपुल शाह ने करारा पलटवार करते हुए कहा है कि हम ममता बनर्जी की सरकार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। कानून के प्रावधानों के तहत जो भी संभव होगा, हम लड़ेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल में फिल्म “द केरल स्टोरी” के प्रदर्शन पर रोक लगा दी है। सभी सिनेमा हाल मालिकों को फिल्म का प्रदर्शन रोकने का आदेश दिया गया है। तमिलनाडु के सिनेमाघरों ने इस फिल्म का प्रदर्शन सात मई से रोक दिया है।
क्यों है फिल्म चर्चाओं में
द केरल स्टोरी राज्य की उन महिलाओं की कहानी है जिनका कथित तौर पर धर्मांतरण किया गया और आतंकवादी संगठन आइएस में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया। इस फिल्म को लेकर राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है। बड़े विवादों और बैन करने की मांगों के बीच रिलीज हुई ‘द केरल स्टोरी’ को थिएटर्स में जमकर ऑडियंस मिल रही है। छोटे बजट और बहुत कम पॉपुलर स्टारकास्ट वाली इस फिल्म के लिए जनता में अवेयरनेस उस लेवल का नहीं था, जो इसे पहले दिन से बहुत सॉलिड कमाई दिलवा सके, मगर ट्रेलर आने के बाद ‘द केरल स्टोरी’ को लेकर विवाद होने शुरू हो गए।
विवेक अग्निहोत्री ने दी मानहानि के मुकदमे की चेतावनी
फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने ममता को टैग करते हुए कहा किया-इस वीडियो में, मुझे लगा-“ममता बनर्जी मेरे बारे में बात कर रही हैं। हां, मैं खिलाफत द्वारा भड़काए गए डायरेक्ट एक्शन डे नरसंहार के बचे लोगों का साक्षात्कार करने के लिए बंगाल गया था और गोपाल पाठ की भूमिका के बारे जाना। आप क्यों डर रही हैं? द कश्मीर फाइल्स नरसंहार और आतंकवाद के बारे में थी। आपको क्या लगता है कि यह कश्मीरी लोगों को बदनाम करने के लिए था। किस आधार पर यह कह रही हैं? मैं आपके खिलाफ क्यों नहीं मानहानि और नरसंहार के खंडन का मुकदमा करूं? वैसे,फिल्म का नाम द दिल्ली फाइल्स है न कि बंगाल फाइल्स।