रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मंगलवार को जन अधिकार रैली की गई। इस रैली को कांग्रेस ने आयोजित किया। दरअसल प्रदेश की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने अब तक आरक्षण संशोधन विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। इस वजह से कांग्रेस ने विधेयक पास होने के 1 महीने बाद 3 जनवरी को रायपुर में जन अधिकार रैली बताया। कांग्रेस ने कहा कि आरक्षण जनता का अधिकार है जो भाजपा और प्रदेश की राज्यपाल की वजह से अटका हुआ है।
साइंस कॉलेज ग्राउंड में इस सभा के संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, भाजपा नहीं चाहती कि आदिवासियों के जीवन में परिवर्तन आए। भाजपा चाहती नहीं कि किसान, मजदूर,अनुसूचित जाति के नौजवान के जीवन में परिवर्तन आए। लेकिन कांग्रेस हमेशा अधिकार की बात करती है।आज आरक्षण के माध्यम से हमारे नौजवान युवकों को अधिकार देने की बात छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है।
छत्तीसगढ़ की जनता से बदला रहे हैं भारतीय जनता पार्टी लेकिन आपसे कहना चाहता हूं कई संकट छत्तीसगढ़ सरकार के ऊपर लाने की कोशिश की गई जब हम 2500 रुपये क्विंटल धान खरीदने की बात कर रहे थे तो केंद्र सरकार ने अड़ंगा लगाया कि समर्थन मूल्य से ₹1 ज्यादा दिया तो आपका धान नहीं खरीदा जाएगा। लेकिन छत्तीसगढ़ की सरकार ने फैसला किया कि सरकार घाटा खा लेगी लेकिन किसानों को नुकसान नहीं होने देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, कानून से बाहर जाकर हमने कोई काम नहीं किया है। हमने किसी के साथ अन्याय नहीं किया। हमारा रास्ता न्याय और भाईचारे का है। महीना बदल गया,साल बदल गया लेकिन राज्यपाल ने हस्ताक्षर नहीं किया। राज्यपाल न हस्ताक्षर कर रही हैं न विधेयक लौटा रही हैं। भाजपा आरक्षण विरोधी है, किसी को आरक्षण का लाभ न मिल पाए, ये भाजपा की मंशा है। राज्यपाल की हठ धर्मिता की वजह से सभी वर्गों का नुकसान हो रहा है।
सिंहदेव बोले- राज्यपाल अपना पद छोड़ें
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि, छत्तीसगढ़ की राज्यपाल आरक्षण के विधेयक पर निर्णय नहीं ले पा रही हैं, उन्हें अपने आपको इस जिम्मेदारी भरे पद से अलग कर लेना चाहिए। छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।
इस महारैली में शामिल होने प्रदेश के कई जिलों से लोग पहुंचे। मैदान के बड़े हिस्से में हजारों कुर्सियां लगाई गई थी। एक-एक कर कांग्रेस नेताओं ने जनता को संबोधित करते हुए आरक्षण के विधेयक को अटकाने का आरोप भाजपा पर लगाया। कहा कि लोगों को अधिकारी छीनने की कोशिश भाजपा कर रही है। रैली के बाद शाम के वक्त कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधी मंडल राज भवन गया और ज्ञापन सौंपकर विधेयक पर जल्द हस्ताक्षर करने की मांग की।