World News: TIME मैगजीन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को चुना ‘पर्सन ऑफ द ईयर’


TIME Magazine: खास बात ये है कि इससे पहले साल 2007 में इसी मैगजीन ने व्लादिमिर पुतिन को पर्सन ऑफ द ईयर चुना था। 15 सालों के बाद पुतिन के खिलाफ युद्ध करनेवाले देश के राष्ट्रपति को इस सम्मान के लिए चुना गया।

डेस्क, दुनिया  की जानी-मानी मैगजीन टाइम ने यूक्रेन (Ukraine) के राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) को साल 2022 का ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ घोषित किया है। टाइम मैगजीन ने बुधवार को ये घोषणा की। आपको बता दें कि हर साल ये अवॉर्ड उस व्यक्ति को दिया जाता है, जिसने पिछले 12 महीनों में वैश्विक घटनाओं पर सबसे अधिक प्रभाव डाला हो। इस पुरस्कार के लिए अन्य फाइनलिस्ट में ईरान के प्रदर्शनकारी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क और यूएस सुप्रीम कोर्ट भी थे। टाइम ने जेलेन्स्की के साथ-साथ “द स्प्रिट ऑफ यूक्रेन” को इस अवार्ड में शामिल किया है। आपको बता दें कि इसी साल 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया था और तब से जंग जारी है। जेलेन्स्की ने रुस के सामने हथियार डालने के इनकार कर दिया है और कई मोर्चों पर यूक्रेनी सेना रुस जैसी महाशक्ति को कड़ी टक्कर दे रही है।

क्यों चुने गये जेलेन्स्की?

टाइम के एडिटर इन चीफ एडवर्ड फेलसेंथल ने इस फैसले की वजह को स्पष्ट करते हुए लिखा कि यूक्रेन के लिए लड़ी जा रही लड़ाई, किसी को उम्मीद से भर दे या डर से, लेकिन व्लोडिमिर जेलेंस्की ने दुनिया को जिस तरह से प्रेरित किया, वैसा हमने दशकों में नहीं देखा। मैगजीन ने कहा कि युद्ध के शुरू होने पर यूक्रेन की राजधानी कीव को छोड़ने से इनकार करते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अपने युद्धग्रस्त देश में यात्रा की और देश की जनता को संबोधित करते रहे।

विवादित रहा है ये सम्मान

TIME ने इस अवॉर्ड की शुरुआत 1927 में की थी। टाइम मैगजीन अपने ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ के चुनाव की वजह से कई बार आलोचनाओं का भी शिकार हुआ है। खास बात ये है कि इससे पहले साल 2007 में इसी मैगजीन ने व्लादिमिर पुतिन को पर्सन ऑफ द ईयर चुना था। इनकी इस लिस्ट में हिटलर और स्टालिन जैसे लोग भी शामिल हैं। टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) एलन मस्क (Elon Musk) को 2021 में टाइम का “पर्सन ऑफ द ईयर” चुना किया गया था. और एलन मस्क इस साल भी फाइनल लिस्ट में शामिल थे। लेकिन ट्विटर के अधिग्रहण को लेकर उनके नाम पर पाठकों के कड़ी आपत्ति जताई थी।

 


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