रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के पिछले पांच सालों से प्रभारी रहे पीएल पुनिया को हटा दिया गया है। यहां अब हरियाणा की दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा को प्रदेश कांग्रेस का नया प्रभारी नियुक्त किया है। आगामी विधानसभा चुनाव 2023 को देखते हुए संगठन में यह बदलाव किया गया है।
दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई तीन दिन पहले स्टीयरिेंग कमेटी की पहली बैठक के बाद अब नई नियुक्तियां होने लगी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोमवार देर रात प्रदेश प्रभारियों के नियुक्ति आदेश जारी किया। इसमें तीन प्रदेश प्रभारियों को नई जिम्मेदारी सौंपी गई। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण बदलाव पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा हुआ, जिन्हें छत्तीसगढ़ कांग्रेस का प्रभारी बना दिया है। उधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शैलजा को ट्वीट कर बधाई दी है।
शैलजा के बारे में जानकारी
जानकारी के मुताबिक, कुमारी शैलजा को हरियाणा की खांटी राजनीति का चेहरा कहा जाता है। उनका जन्म 24 सितंबर 1962 को हरियाणा के हिसार जिले में हुआ था। नई दिल्ली के जीसस सेंट मेरी स्कूल में शुरुआती पढ़ाई करने के बाद उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में एम.फिल. पूरा किया। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1990 में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनने से की थी। वह दो बार सिरसा व दो बार अंबाला से सांसद बनी। साल 2014 से 2020 तक राज्यसभा सदस्य भी रह चुकी हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में अंबाला लोकसभा से चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा। वह यूपीए की दोनों सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। उनके पिता चौधरी दलबीर सिंह भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं।
विवादों से भी रहा नाता
बता दे कि, साल 2011 में जब शैलजा कुमारी केंद्रीय पर्यटन मंत्री थीं तब मिर्चपुर कांड में उनके साथ एक विवाद जुड़ा। हरियाणा हाई कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए शैलजा को नोटिस जारी किया था, क्योंकि उन पर आपराधिक साजिश के सबूतों के साथ जालसाजी करने और डराने धमकाने के आरोप थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एडवोकेट बी.एस.चाहर ने याचिका में आरोप लगाए थे कि शैलजा ने खुद को बचाने के लिए उन लोगों पर खाली व गैर न्यायिक पत्रों पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव बनाया। जिनके खिलाफ कोर्ट में ट्रायल चल रहा था।