जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार और सुरक्षाबलों ने आतंक के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। हमले के 24 घंटे के भीतर ही 1,500 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। पूरे कश्मीर घाटी में सर्च ऑपरेशन और पूछताछ तेज कर दी गई है।
पूरे कश्मीर में ऑपरेशन जारी
श्रीनगर और आसपास के जिलों से लेकर दक्षिण कश्मीर तक सुरक्षा एजेंसियों ने छापेमारी अभियान तेज कर दिया है। हिरासत में लिए गए लोगों से यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि आतंकी बैसरन घाटी तक कैसे पहुंचे और उन्हें किसका सहयोग मिला।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इस ऑपरेशन का उद्देश्य स्थानीय नेटवर्क को तोड़ना और हमले की साजिश में शामिल हर व्यक्ति तक पहुंचना है।
अमित शाह ने घटनास्थल का दौरा किया
गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को खुद श्रीनगर पहुंचे और सबसे पहले उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित शोक सभा में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने हमले के स्थान का दौरा कर सुरक्षा हालात का जायजा लिया।
सूत्रों ने बताया कि शाह को हमले की विस्तृत जानकारी दी गई, जिसमें यह भी बताया गया कि आतंकी कैसे घने देवदार के जंगलों से होते हुए बैसरन घाटी तक पहुंचे। यह टूरिस्ट स्पॉट अमरनाथ यात्रा का एक अहम रूट भी है।
पीएम मोदी की अध्यक्षता में हाईलेवल CCS मीटिंग
नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपात बैठक हुई, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सेना प्रमुखों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर की वर्तमान सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गई और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
अब तक क्या-क्या हुआ:
- 28 लोगों की मौत, जिनमें 2 विदेशी नागरिक भी शामिल
- 1,500 से अधिक संदिग्ध हिरासत में
- तीन आतंकियों की पहचान – आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा
- सुरक्षा एजेंसियों का ऑपरेशन जारी
- अमरनाथ यात्रा रूट पर अतिरिक्त सुरक्षा
दिल्ली और श्रीनगर में हाई अलर्ट
पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियां एक्शन मोड में आ चुकी हैं। देश भर में गुस्सा और दुख का माहौल है, लेकिन सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि इस हमले का जवाब ऐसा होगा जो पूरी दुनिया देखेगी।