शेयर बाजार में जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में टेलीग्राम चैनल से जुड़कर निवेश करना भारी पड़ सकता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने बैंकनिफ्टी एक्सप्रेस नामक ग्रुप और चैनल का नाम जारी कर चेतावनी दी है। यह ग्रुप रिटर्न की गारंटी देकर लोगों को फंसा रहे हैं।
इंदौर (Stock Market Fraud)। शेयर बाजार से फटाफट पैसा बनाने के लालच में टेलीग्राम पर चले चैनलों और एप्लीकेशन पर भरोसा करना भारी पड़ सकता है। खुद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने यह चेतावनी जारी की है।
एनएसई ने बैंकनिफ्टी एक्सप्रेस नामक ग्रुप और चैनल का नाम भी जारी किया है। निवेशकों को सचेत किया है कि निवेश के नाम पर रुपये न दें। यह गैरकानूनी तरीके से काम कर रहा है। बुधवार को ही एनएसई ने टेलीग्राम पर चल रहे इस ग्रुप का खुलासा करते हुए इसके कर्ताधर्ता का फोन नंबर भी जारी किया है।
लोगों से लिया जा रहा है पैसा
एनएसई के अनुसार बैंकनिफ्टी एक्सप्रेस में जोड़ने के नाम पर लोगों से पैसा लिया जा रहा है। लोगों से कहा जा रहा है कि उन्हें शेयर बाजार और ट्रेडिंग से गारंटेड रिटर्न दिलवाया जाएगा। साथ ही स्कीम और स्टॉक मार्केट से जुड़े कुछ ऐसे लाभप्रद उत्पाद भी देने का लालच दिया जा रहा है।
एनएसई ने निवेशकों को सजग करते हुए इस ग्रुप, चैनल के साथ एक मोबाइल नंबर 8306829377 से भी सावधान रहने की हिदायत दी है। कहा है कि रुपयों के अलावा अपने शेयर ट्रेडिंग से जुड़ी आईडी, पासवर्ड भी साझा नहीं करें। ऐसे होने पर आपके शेयर, डीमेट और अन्य तरके से भी धोखा हो सकता है।
रिटर्न की गारंटी भी गैरकानूनी
छोटे शहरों से शेयर बाजार में आ रहे नए निवेशकों को लेकर निफ्टी चिंतित है। ज्यादातर ऐसे नए निवेशक मुनाफे और तेजी वाले स्टॉक की जानकारी के लालच में ऐसे लोगों के जाल में फंस रहे हैं। निफ्टी ने कहा कि कानून गारंटेड रिटर्न और इस तरह की टीप देना गैरकानूनी है।
इस तरह की गतिविधियां भी संचालित नहीं की जा सकती। निवेशक यदि शेयर बाजार में उतरना चाहते हैं तो निफ्टी के रजिस्टर्ड ब्रोकर के साथ संव्यवहार करें। उनकी सूची भी वेबसाइट पर है साथ ही बैंक खातों का विवरण भी। बैंकनिफ्टी एक्सप्रेस और ऐसे ग्रुप से जुड़ने और शिकार होने के बाद एनएसई भी कार्रवाई और निवेशकों की मदद करने में सक्षम नहीं रहेगा।
लगातार हो रही घटनाएं
टेलीग्राम पर और ऐसे अन्य माध्यमों से शेयर बाजार में मुनाफे की टीप देने का अवैध धंधा जोरों पर है। इंदौर जैसे शहरों के निवेशक भी ऐसे ग्रुपों से जुड़ने के लिए मोटी फीस भी दे रहे हैं और शेयर बाजार में कूद रहे हैं। दरअसल टेलीग्राम से डाटा हासिल करना जांच एजेंसियों के लिए भी मुश्किल हो रहा है।