नई दिल्ली, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा कर दी। आरबीआई ने इस बार रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कमी का बड़ा एलान किया है। इसके बाद रेपो रेट एतिहासिक रूप से 5.5 फीसदी हो गई है। इससे होम लोन सहित सभी कर्ज सस्ते होने का रास्ता साफ हो जाएगा।
आम तौर पर आरबीआई 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती करता है, लेकिन इस बार आम लोगों को बड़ी राहत देते हुए 50 बेसिस अंकों की कमी की गई है। इसे जंबो रेट कट का नाम दिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के कारण व्यापार तनाव के बीच इस बैठक हो अहम माना जा रहा था।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा, एमपीसी ने नीतिगत रेपो दर को 50 आधार अंकों से घटाकर 5.5% करने का फैसला किया है। यह तत्काल प्रभाव से लागू होगा। परिणामस्वरूप, स्थायी जमा सुविधा (एसटीएफ) दर 5.25% पर समायोजित हो जाएगी। सीमांत स्थायी सुविधा (एमएसएफ) दर और बैंक दर 5.75% पर समायोजित हो जाएगी।
आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए जरूरी
इससे पहले ट्रम्प टैरिफ के बाद से बिजनेस को लेकर तनाव की स्थिति है। ऐसे में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए लगातार तीसरी बार कटौती की उम्मीद की जा रही थी।
अधिकांश विशेषज्ञों का मानना था कि आरबीआई इस बार रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती कर सकता है। वहीं भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की एक रिपोर्ट ने 50 आधार अंकों की भारी दर कटौती की भविष्यवाणी करते हुए उम्मीदों को और बढ़ा दिया था।