छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर ईडी के छापे पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मैंने अपने घर से बरामद सोने के सभी बिल पेश कर दिए हैं। फिर भी ईडी ने यह कहते हुए सारा सोना जब्त कर लिया कि यह सत्यापित करने के लिए आपके पास कोई पुख्ता सबूत नहीं है कि सोना कहां से खरीदा गया था। वे आईपीसी और सीआरपीसी को फिर से परिभाषित कर रहे हैं। वर्मा ने ईडी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ये मेरे घर डकैती है, लूट है।
उन्होंने कहा कि मेरा पत्रकारिता का जो पेशेवर जीवन है वह बहुत बड़ा है। उसकी तुलना में राजनीतिक जीवन थोड़ा छोटा है पर मैं आपको ये कहना चाहता हूं कि मैं मेरे घर में जो धूल है, वह भी मेरे पैर की ही है। अगर उसमें कुछ और शामिल है तो आप जैसे मित्रों के घर आने से जो धूल आती होगी वही होगी। उसके अलावा मेरे पास कुछ भी नहीं है, जिस पर आप शक कर सके। मेरे घर में कल डकैती हुई है, लूट हुई है। मैं पुख्ता आधार पर ये कह रहा हूं।
जितना भी सोना खरीदा, उसका एक-एक का बिल दिया
उन्होंने कहा कि ईडी ने जो बयान लिया है उसमें भी मैंने यह दर्ज करवाया है कि आप मुझे प्रताड़ित कर रहे हैं और जो कुछ भी आप कर रहे हैं और डकैती है, लूट है। जितना सोना मेरे घर में मिला, वह 2005 में मैंने पहली बार खुद खरीदा था। मैं उस समय तभी खरीदने लायक हो पाया था। मैंने साल 2005 से 2023 तक जितना भी सोना खरीदा, उसका एक-एक का बिल मैंने दिए हैं। सिर्फ एक गहने को छोड़कर जो मेरी पत्नी को उसकी शादी में मिला था। उसका बिल मेरे पास नहीं था। इसके अतिरिक्त पूरा बिल दिया हूं। इसके अलावा 6 बिल भी दिए हैं, जो भांजे की शादी हुई तो उसकी बहू को देने के लिए जो गहना खरीदा था और किसी भतीजे की शादी हुई तो उसके यहां देने के लिए जो सोने का गहना खरीदा था। उसका भी बिल दिया हूं। इसके बावजूद ईडी सारा गहना जब्त करके ले गई। उसने कहा कि आप इसका पुख्ता सबूत नहीं दे रहे हैं कि गहना कहां से खरीदे हैं। मैंने जब उन्हें बिल दिया तो उन्होंने जाते समय जो मुझे कागज दिए हैं, उसे कागज में पूरा विवरण है। कितना सोना हमने खरीदा और कितने का बिल मैं प्रोड्यूस किया। उसमें ये साफ-साफ लिखा हुआ है। जब मैंने पूछा कि कितना गहना रख सकता है घर पर तो ईजी बोली कि ये आईटी एक्ट में है ईडी एक्ट में नहीं है। उन्होंने कहा कि आप मुझे संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं, तो मैंने कहा कि मैं आपको कैसे संतुष्ट कर सकता हूं।
मेरे घर से 2 लाख 55 हजार 300 रुपए नगद ले गए
उन्होंने कहा कि आपने इस बिल को कैसे पेमेंट किया है, इसका सबूत आपके पास नहीं है, तो भारतीय कानून में पहली बार यह प्रावधान जोड़ना पड़ रहा है कि अगर कोई चीज बिल से खरीदते हैं। कच्चे में नहीं खरीदते हैं तो उस बिल के पेमेंट का मोड भी आपको रखना पड़ेगा। यह आईपीसी और सीआरपीसी को नए सिरे से परिभाषित कर रहे हैं। 2 लाख 55 हजार 300 मेरे घर से नगद ले गए। उन्होंने मेरे घर में कोना-कोना छान मारा। मेरे बेटे की शादी हुई थी, उसके लिफाफे पड़े हुए थे उन सब लिफाफों के सारे पैसे निकाल लिए गए। जो नगद मिला था, उसे मेरे बेटे ने ईमेल पर पूरा सबूत बना रखा था। लिफाफे में कितना पैसा मिला, इसका पूरा हिसाब लिखा हुआ है। उसने भी पेश कर दिया कि इसमें इतने पैसे आए थे। उन्होंने कहा कि आप मुझे संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं।
किश्तों में खरीदे थे गहने
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि जो अधिकारी आपके यहां छापा मारने आया है, उसकी मंशा क्या है। मैंने सारे सबूत दिए हैं। मेरे बैंक अकाउंट का डिटेल उनके पास है। मैंने सारे लेन-देन उन्हें दिखाए। यह मेरा मकान है, इस पर इतना लोन चल रहा है सब आप चेक कर लीजिए, तो अब सवाल ये है कि इसे डकैती के अलावा क्या कहा जाए। आपके पास पूरे सबूत हैं, उसके बावजूद भी आपसे पूछा जा रहा है कि आप सबूत दीजिए। हम घर में दो बार गहने खरीदते हैं एक बार मेरी पत्नी के जन्मदिन पर और हमारी शादी के सालगिरह पर। वो भी हमने एक कंपनी से किश्तों में खरीदे हैं।
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दिनों ईडी इस तरह हो गई है कि आपका कान कौआ ले गया, तो वह उसके पीछे भागने लगेगी। ईडी की बुद्धि कहीं और से संचालित हो रही है। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ये जो कुछ भी हो रहा है वह केंद्र सरकार के इशारे पर हो रहा है। ये फैसले कहां से हो रहे हैं? इसका आधार क्या है? एक पुलिस वाले का बयान है या एक मंत्री का सपना है। बीजेपी और केंद्र सरकार का मकसद है कि जो लोग कांग्रेस सरकार में है। चुनाव की दृष्टि से काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर काम कर रहे हैं। उनके प्रशिक्षण से लेकर चुनावी रणनीति तक सबको प्रभावित किया जाए। किसी भी तरह से हासिए पर डाला जाए, जेल में डाला दिया जाए।
पीएम मोदी पर लगाए आरोप
पीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी तानाशाही हैं। वह एक तानाशाही की तरह काम कर रहे हैं, जिसने अपने सारे प्रतिद्वंदियों को रोक दो, कुचल दो, मार दो, जेल में भर दो। विपक्ष नाम का कोई संस्था बचे ही नहीं। इसके अलावा कोई चीज नहीं हो सकती। कोई भी जांच एजेंसी अगर कहीं कोई कार्रवाई करने जाती है तो आधार लेकर जाती है। कल मैं उनसे बार-बार इसी आधार को लेकर पूछते रहा। बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव से डरकर वह परिणाम को बदलने की कोशिश करना चाह रही है। सवाल यह है कि यह मनी लॉन्ड्रिंग की जांच करना चाहते हैं, यह स्वागत योग्य कदम है। छत्तीसगढ़ पुलिस भी जांच कर रही है महादेव एप में बहुत लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लूडो और क्रिकेट जैसे खेल को केंद्र सरकार ने जुए में बदल दिया है।
पूर्व की रमन सरकार पर भी बरसे
वर्मा ने पूर्व की रमन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली बार भी कोशिश हुई थी । मुझे निशाना बनाया गया था। मुझे गिरफ्तार कर ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई ने भरपूर कोशिश की, वह बोलते रहे कि आप इनका-उनका नाम ले लो, मैंने कहा कि मैं किसी का नाम नहीं लूंगा।