चुनाव से पहले भाजपा को मिली ताकत, रायपुर में एक हजार नेता-कार्यकर्ता बीजेपी में हुए शामिल


रायपुर। CG Election 2023: छत्‍तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव से पहले छत्‍तीसगढ़ में भाजपा को बड़ी ताकत मिली है। बुधवार को बिरगांव के पूर्व महापौर, पूर्व नेता प्रतिपक्ष, पार्षद, छाया पार्षद सहित पिछड़ा वर्ग समाज व अन्य समाज के कई बड़े समाजसेवी व युवा नेताओं के साथ 1,000 लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। ओम माथुर और अरुण साव ने भाजपा का गमछा पहनाकर पार्टी प्रवेश करने वाले सदस्यों का स्वागत किया। इस मौके पर सह प्रभारी नितिन नबीन, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक, प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप, रायपुर संभाग प्रभारी सौरभ सिंह, जिलाध्यक्ष जयंती पटेल, पूर्व विधायक नंदे साहू मौजूद थे।

इन्‍होंने ग्रहण की भाजपा की सदस्यता

बिरगांव के पूर्व महापौर डॉ. ओमप्रकाश देवांगन, एवज देवांगन, डिगेश्वरी एवज देवांगन, बेदराम साहू, अश्वनी चान्द्रे (सभी पार्षद), पूर्व नेता प्रतिपक्ष द्वय भीखम देवांगन व कल्पना पाटिल, पूर्व पार्षद/सभापति द्वय राधेश्याम देवांगन व मन्नू बंजारे, मजदूर नेता (जिला अध्यक्ष) नन्हू दीवान, छाया पार्षदगण निशा सिंह, बल्लू बंजारे, रजत साहू, ओमप्रकाश साहू, धन्नू साहू, जोहन चतुर्वेदी, मोतिनबाई चतुर्वेदी, डॉ. हरीश मेहेर, जगदीश ध्रुव, गोदावरी मानिकपुरी, टिकेश्वर साहू, लक्ष्मीनारायण साहू, डॉ. ज्वालाप्रसाद धृतलहरे, जीवन यादव, रिकेश साहू, नीरज विश्वकर्मा, डॉ. मनोज पटवा, उमा चौधरी, कोमल साहू, भीखम देवांगन, सोमती धृतलहरे, रमेश नाग, मज़हर इमाम, डोमेश देवांगन, विश्राम देवांगन, कांति वर्मा, पंचवती साहू, ओमप्रकाश साहू, सुनील सिन्हा, खुशबू साहू, सुशीला गोपाल साहू, सुनीता दीनदयाल साहू, एससी जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अनिलकुमार भारती, पूर्व जिला महामंत्री द्वय चतुर्भुज पवार व महेंद्र पांडे, पूर्व जिला उपाध्यक्ष द्वय विपिन चौबे व नथेला ध्रुव सहित काफी संख्या में युवा नेताओं, समाज प्रमुखों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, समाजसेवियों ने अपने एक हजार समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

भाजपा में शामिल हुए प्रमुखों ने माना है कि भाजपा की रीति-नीति और जनकल्याणकारी योजनाओं ने न केवल छत्तीसगढ़, अपितु समूचे देश में क्रांतिकारी परिवर्तन की मिसाल पेश की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार का पिछले 9 वर्षों का कार्यकाल सेवा, सुशासन और ग़रीब कल्याण के दृष्टिकोण से भारतीय राजनीति का स्वर्णकाल रहा है। श्री मोदी के नेतृत्व में एक नए भारत ने विश्व-मंच पर अपनी धाक जमाई है।

 


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