रायपुर। बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में मिशन 2023 लॉन्च कर दिया है. इसके लिए लगातार केंद्रीय नेताओं के दौरे हो रहे हैं. अमित शाह के बाद खुद पीएम मोदी रायपुर पहुंचे. अब पार्टी ने राज्य के दो नेताओं को केंद्र में स्थान दिया है. इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं. जिसके अनुसार, पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और विष्णु देव साय को केंद्रीय कार्य समिती में स्थान दिया गया है. अब सियासी गलियों में इस कदम के पीछे के कारण पर चर्चा होने लगी है.
जेपी नड्डा ने किया फेरबदल
भाजपा सुप्रीमों जगत प्रकाश नड्डा (JP Ndda) ने शनिवार को राष्ट्रीय कार्यसमिति में फेरबदल किया. इस संबंध में नई सूची भी जारी की गई है. जिसमें छत्तीसगढ़ के दो वरिष्ठ नेता धरम लाल कौशिक और विष्णु देव साय को स्थान दिया गया है. माना जा रहा है ऐसा बीजेपी ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के कारण किया है. क्योंकि पार्टी किसी भी तरह यहां कंप्रो करने के मूड में नहीं है.
क्या है बीजेपी का प्लान?
भाजपा इस बार छत्तीसगढ़ में आदिवासी और ओबीसी वर्ग पर निशाना साधने पर फोकस बनाए हुए हैं. सायद इसी कारण इस वर्ग से जुड़े नेताओं को केंद्रीय संगठन में स्थान दिया जा रहा है. छत्तीसगढ़ से वैष्णो देवी सहाय केंद्रीय राज्य मंत्री भी रह चुके हैं आदिवासी वर्ग से ताल्लुक रखते हैं. अब केंद्रीय समिति में स्थान पाने वाले धरमलाल कौशिक ओबीसी वर्ग के भाजपा में बड़े फेस हैं. वो विधानसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं.
विष्णुदेव साय को क्यों मिला स्थान?
विष्णुदेव साय जशपुर जिले के किसान परिवार से आते हैं. 16वीं लोकसभा के सदस्य रहने के साथ वो मोदी सरकार में इस्पात राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. छत्तीसगढ़ बीजेपी की कमान भी संभाल चुके हैं. ये प्रदेश में बड़े आदिवासी वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं. ऐसे में पिछले साल भी इन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया था. अब सूची में नियुक्ति मिली है.
धरमलाल कौशिक OBC फेस
धरमलाल कौशिक बिलासपुर के बिल्हा क्षेत्र से विधायक हैं. रमन सरकार में वो विधानसभा अध्यक्ष रहने के साथ ही. प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष का जिम्मेदारी निभा चुके हैं. हालांकि, कौशिक 2013 में चुनाव हार गए थे. इनकी नियुक्ति पार्टी ने छत्तीसगढ़ में OBC वर्ग को साधने के लिए किया है.