‘बिहार और बंगाल में हुड़दंग कर रही है बीजेपी’, सीएम भूपेश बघेल ने कहा- इनकी ट्रेनिंग ही यही है


रायपुर: बिहार और पश्चिम बंगाल में हुए घटनाओं के बीच छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी पर हमला बोला है। राहुल गांधी के समर्थन के लिए सूरत रवाना होने से पहले सीएम ने कहा कि बीजेपी, बिहार और पश्चिम बंगाल में हुड़दंग कर रही है। बड़ी बात ये है कि अभी तक पीएम और गृहमंत्री की इस मामले में कोई अपील नहीं आई है। उन्होंने कहा कि मैं अपने नेता के समर्थन में जा रहा हूं किसी पर दवाब बनाने के लिए नहीं जा रहा है। भूपेश बघेल ने कहा कि नारायणपुर में दंगा किसने करवाया सभी जानते हैं। कवर्धा में किन लोगों का हाथ है ये भी सभी जानते हैं। उन्होंने कहा कि इनकी ट्रेनिंग ही ऐसी है।

मीडिया से बात करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि मैं अपने नेता (राहुल गांधी) के साथ जा रहा हूं, यह न्यायपालिका पर दबाव कैसे हो सकता है? वे (भाजपा) पश्चिम बंगाल और बिहार में हुड़दंग कर रहे हैं। अभी तक पीएम मोदी और अमित शाह की ओर से कोई अपील नहीं आई है।

सूरत रवाना हुए सीएम
दरअसल, सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई है। राहुल गांधी सोमवार को मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के मजिस्ट्रेट कोर्ट के आदेश के खिलाफ अपील करने के लिए सूरत गए हैं। उनके साथ छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी इस दौरान साथ रहेंगे। बीजेपी के कांग्रेस फाइल्स के वीडियो पर टिप्पणी करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि एक वीडियो जारी हुआ है जिसमें कांग्रेस के 70 साल का भ्रष्टाचार बताया है। इन्होंने बड़ी चतुराई से अपने शासनकाल के समय को भी जोड़ लिया। 1952 से 2022 तक 70 साल होता है जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी, जनता दल, BJP-JDS सरकार और अपने 8 साल को भी जोड़ लिया। वह अपना हिसाब भी बता रहे हैं।

चुनाव का टाइम आते ही ध्यान आया छत्तीसगढ़
सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ बीजेपी विधायकों के दिल्ली दौरे को लेकर कहा कि चुनाव नजदीक हैं इसीलिए इनको दिल्ली पीएम से मिलने जाने की सुध आई है। छत्तीसगढ़ के हित के बारे में कभी भाजपा ने चर्चा नहीं को थी। हमने कहा था चावल नहीं ले रहे हैं, रॉयल्टी के पैसे नहीं दे रहे हैं इन बातों को लेकर चलो दिल्ली तब ये नहीं गए। भाजपा के नेता क्या फिर छत्तीसगढ़ के कार्यों को रोकने के लिए दिल्ली जा रहे हैं? राज्य सरकार ने 20 क्विंटल चावल और गरीबों के आवास के लिए जनगणना की घोषणा की है क्या इसको वे रोकना चाहते हैं? या आरक्षण को और कब तक रोका जा सकता है इसके लिए जा रहे हैं? छत्तीसगढ़ के हित में चर्चा करने तो नहीं जा रहे हैं।

 


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *