शुक्रवार को आसमान में बादल मंडराते रहे, लेकिन वर्षा नहीं हुई। सूर्यदेव ने पूरे दिन दर्शन दिया।
बिलासपुर, मौसम का मिजाज बदल गया है। इससे किसानों ने राहत की सांस ली है। शुक्रवार को आसमान में बादल मंडराते रहे, लेकिन वर्षा नहीं हुई। सूर्यदेव पूरे दिन दर्शन देते रहे। नतीजा अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पारा 33.4 डिग्री सेल्सियस से बढ़कर 35.4 डिग्री पर पहुंच गया। रात में भी तापमान औसत से एक डिग्री सेल्सियस अधिक था।
मौसम वेधशाला के मौसम विज्ञानी डा. एचपी चंद्रा के मुताबिक एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा राजस्थान के ऊपर स्थित है। प्रदेश में अभी भी काफी मात्रा में नमी का आगमन निरंतर जारी है। 24 मार्च को एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की संभावना है। अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं होगा। बता दें कि 17 मार्च से लगातार वर्षा हो रही थी। भू अभिलेख शाखा ने 37.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की है। गर्मी के बीच वर्षा होने से किसान बेहद दुखी थी। दलहन और गेहूं की फसल को नुकसान हो रहा था। अब वर्षा थमने के बाद थोड़ी राहत मिली है।
27 तक मौसम की स्थिति
मौसम विशेषज्ञ सिराज खान की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के कारण एक बार फिर 26 व 27 को मौसम का मिजाज बदल सकता है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जिस तरह से शुक्रवार को मौसम का मिजाज बदला है, उसे देखकर परिवर्तन संभावित है। पूरी स्थिति 25 मार्च के बाद पता चलेगा। फिलहाल बिलासपुर में मौसम अभी शुष्क बना रहेगा।