देश के गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के बस्तर (Bastar) दौरे से पहले नक्सली बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में जमकर उत्पात मचा रहे हैं और आगजनी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. दरअसल, कांकेर में दो दिन पहले ही सड़क निर्माण में लगे 10 वाहनों में आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया. इसके बाद मंगलवार को नारायणपुर में और फिर बुधवार की देर रात दंतेवाड़ा जिले के किरन्दुल और बचेली में नक्सलियों ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया है. किरंदुल से जगदलपुर तक रेलवे दोहरीकरण का काम किया जा रहा है. नक्सलियों ने बुधवार की देर रात करीब 1 बजे किरंदुल के रेलवे साइड में दोहरीकरण के काम में लगे पोकलेन वाहन को आग के हवाले कर दिया है.
वहीं बचेली में थाना से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर एक ट्रक में भी आग लगा दी. हालांकि, नक्सलियों ने दोहरीकरण में लगे अन्य वाहनों में आगजनी करने की कोशिश की. इससे पहले पुलिस को इसकी सूचना मिल गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी हुई. इस मुठभेड़ में कोई हताहत नहीं हुई और नक्सली जंगल की आड़ लेकर मौके से भाग निकले. नक्सलियों ने मौके पर बड़ी संख्या में पर्चे भी फेंके हैं, जिसमें अमित शाह के बस्तर दौरे का विरोध करते हुए नक्सलियों ने 23 मार्च साम्राज्यवाद विरोध दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया है.
दो सप्ताह में 16 वाहन जलाए
दरअसल, बस्तर में नक्सली गृहमंत्री अमित शाह के बस्तर दौरे की जानकारी लगने के बाद से ही लगातार बस्तर संभाग के सुकमा, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कांकेर में उत्पात मचा रहे हैं. पिछले दो सप्ताह में ही नक्सलियों ने अलग-अलग जिलों में सरकारी काम में लगे 16 वाहनों को आग के हवाले कर दिया है. साथ ही मजदूरों से भी मारपीट की है. बुधवार की देर रात भी नक्सलियों ने दंतेवाड़ा जिले के बचेली और किरंदुल में जमकर उत्पात मचाया. बताया जा रहा है कि नक्सली संगठन के सब जोनल डिवीजन कमेटी ने आगजनी की वारदात को अंजाम दिया है. दोहरीकरण के कार्य में पुलिस की सुरक्षा नहीं लगी थी. इसी का फायदा उठाकर नक्सली किरंदुल के रेलवे साइडिंग में पहुंचे और यहां खड़ी पोकलेन को आग के हवाले कर दिया.
नक्सलियों ने बांटे पर्चे
वहीं दूसरी तरफ बचेली में भी थाना से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर खड़ी एक ट्रक को आग के हवाले कर दिया. हालांकि, सूचना मिलते ही पुलिस की टीम किरंदुल के रेलवे साइडिंग पहुंची. यहां नक्सली अन्य वाहनों में भी आगजनी करने की कोशिश कर रहे थे. वहीं पुलिस के फायरिंग के बीच नक्सलियों ने भी फायरिंग की, लेकिन पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली मौके से भाग निकले. वहीं मौके पर बड़ी संख्या में नक्सलियों ने पर्चा भी फेंका है. इन पर्चों में नक्सलियों ने अमित शाह के बस्तर दौरे का विरोध किया है. साथ ही कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने, बस्तर संभाग में हवाई हमले बंद करने, साथ ही राज्य सरकार को भी नक्सलियों ने कटघरे में खड़ा किया है. बस्तर के आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि सूचना मिलते ही पुलिस की टीम रेलवे दोहरीकरण कार्य स्थल पहुंची. यहां पुलिस ने नक्सलियों की घेराबंदी करने की कोशिश की, लेकिन जंगल की आड़ लेकर नक्सली भाग निकलने में कामयाब हो गए. घटना के बाद से पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है और इलाके में सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है.