रायपुर । छत्तीसगढ़ में इस साल मार्च का महीना औसत से ज्यादा गर्म रह सकता है। मार्च में दिन का औसत तापमान 35.3 डिग्री रहता है। यह औसत पिछले 30 सालों के तापमान के औसत के आधार पर निकाला गया है। इस साल मार्च के 31 दिनों का औसत निकाला जाएगा तो यह 35.3 से अधिक होगा। यानी 30 सालों में पड़ी गर्मी की तुलना में इस साल मार्च अधिक गर्म रहने की संभावना है। उत्तरी छत्तीसगढ़ अधिक गर्म रहने की संभावना है।
किसी करेंट मंथ का औसत तापमान यदि 30 साल के औसत से आधा से एक डिग्री भी अधिक रहता है तो माना जाएगा कि अच्छी गर्मी पड़ी है। दिल्ली मौसम विज्ञान केंद्र ने पूरे देश के लिए गर्मी का पूर्वानुमान जारी किया है। इसके मुताबिक उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ के शहरों में दिन और रात दोनों ही तापमान औसत से अधिक रह सकते हैं। मार्च में तापमान उस दिन के औसत तापमान से चार-पांच डिग्री ज्यादा रह सकता है।
अलग-अलग सालों में मार्च के महीने में दर्ज किए गए शहरों के तापमान।
ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन सटीक नहीं
मैनुअल की तुलना में ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन में तापमान की सटीकता नहीं रहती। इसमें एक से दाे डिग्री या कभी-कभी 2 से 3 डिग्री का अंतर रह सकता है। ऑटोमैटिक उपकरण ज्यादातर समय तापमान अधिक दिखाता है। यह उपकरण के सेंसर में खराबी के कारण हो सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर में ऑटोमेटिक व मैनुअल दोनों उपकरण लगे हुए हैं। दोनों उपकरणों के विश्लेषण के बाद तापमान जारी किया जाता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार हर 6 माह में दोनों उपकरणों की सटीकता की जांच भी की जाती है।
लू, डिहाइड्रेशन का खतरा ज्यादा
मार्च में ज्यादा गर्मी पड़ने पर लू और डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। मार्च में पड़ने वाली गर्मी को लेकर मौसम विभाग अगले एक-दो दिन में अलर्ट जारी रहेगा। लोगों को गर्मी से बचाव के तरीके भी मौसम विभाग बताएगा। छोटे बच्चे और बुजुर्ग को इस समय खास ध्यान देने की जरूरत होगी।