मुस्कान के फुटबाल से लगाव की बात को जानकार पिता सुखदेव ने उसे ओरछा से 190 किलोमीटर दूर पद्मश्री धर्मपाल सैनी के आश्रम सीखने भेजा।
जगदलपुर। नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ की रहने वाली मुस्कान सलाम भारतीय महिला फुटबाल टीम (अंडर-17) के चयन के लिए आयोजित शिविर में शामिल होने इंदौर पहुंच गई हैं। 23 व 24 फरवरी को चयन के लिए ट्रायल होगा। मुस्कान यदि चयनित होने में सफल होती है तो राष्ट्रीय महिला फुटबाल टीम में प्रतिनिधित्व करने वाली बस्तर की पहली बालिका होगी।
अंडर-17 अंतरराष्ट्रीय महिला फुटबाल स्पर्धा
भारतीय महिला फुटबाल टीम 20 से 29 मार्च तक बांग्लादेश में होने वाली अंडर-17 अंतरराष्ट्रीय महिला फुटबाल स्पर्धा में भाग लेगी। 15 वर्षीय मुस्कान माता रूक्मणी सेवा संस्थान डिमरापाल में कक्षा नवमीं की छात्रा है। माता रूक्मणी महिला फुटबाल क्लब डिमरापाल (एमआरएफसी) के लिए 2022 में दिल्ली में सुब्रतो कप अंडर-17 में खेल चुकी है। इसी साल नवंबर में मुस्कान ने आल इंडिया फुटबाल फेडरेशन द्वारा भिलाई में आयोजित खेलो इंडिया अंडर-17 गर्ल्स फुटबाल छत्तीसगढ़ लीग में धूम मचा दिया था है। मुस्कान स्पर्धा में सर्वाधिक 31 गोल दागकर संयुक्त रूप से पहले स्थान पर रही थी। मुस्कान अंडर-17 में तो खेलती है, वह क्लब की सीनियर टीम की भी सदस्य है।
मुस्कान को फुटबाल से है लगाव
अबूझमाड़ की आदिवासी बालिका मुस्कान नारायणपुर जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर ओरछा के डोंगरीपारा की रहने वाली है। पिता सुखदेव सलाम हायर सेकंडरी तक शिक्षित हैं और पढ़ाई और खेल दोनों का महत्व उन्हें पता है। पिता ओरछा में ही एक उद्यान में श्रमिक हैं। मां नेरोबाई सलाम गृहणी है। चार भाई बहन में मुस्कान सबसे बड़ी है। मुस्कान को फुटबाल से काफी लगाव है इस बात को जानकार सुखदेव ने उसे ओरछा से 190 किलोमीटर दूर पद्मश्री धर्मपाल सैनी के आश्रम माता रूक्मणी सेवा संस्थान डिमरापाल में भेज दिया। धर्मपाल सैनी ने 2005 में क्लब की स्थापना की और बालिकाओं की खेल प्रतिभा निखारने में जमकर पसीना बहाया। जिसका परिणाम है कि एमआरएफसी आज छत्तीसगढ़ का टाप क्लब बन गया है।