रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी के छापे की कार्रवाई के बीच कहा है कि विनोद तिवारी व आरपी सिंह के यहां छापा डालने का क्या औचित्य? एक ने रमनसिंह और एक ने अमनसिंह के खिलाफ शिकायत की थी इसलिए। यह तो अडानी को समझना चाहिए कि जो दो पनौती गये हैं छत्तीसगढ़ से वे जिसके साथ थे वो डूबे थे। उन्होने दो पूर्व अफसरशाहों को पनौती बताया है। ईडी केवल लोगों को परेशान और छवि खराब करने की मुहिम में लगी है,हासिल कुछ नहीं कर पा रही है।
इधर राज्य सरकार ईडी के छापों के खिलाफ न्यायालय जाने की तैयारी है। बताया जा रहा है, पीडि़तों की शिकायतों के आधार पर इसकी भूमिका तैयार की जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इसके संकेत दिये। उन्होंने कहा, ईडी लगातार परेशान कर रही है। लोगों को प्रताडि़त कर रहे हैं। झूठे केस में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। पीडि़त पक्ष के द्वारा आवेदन दिया गया है। हमने केंद्र सरकार को भी अवगत कराया है। उसके बाद भी केंद्र सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। अब हमारे पास न्यायालय में जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। इस मामले को न्यायालय तक ले जाएंगे।