CG के सीरियल किलर उदयन दास को आजीवन कारावास, मां और पिता को मारकर दफनाया था, प्रेमिका का भी किया था मर्डर


रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की अदालत ने उदयन दास को आजीवन कारावास की सजा दे दी है। सोमवार को इसका आदेश जारी कर दिया गया। उदयन दास इस वक्त जेल में हैं। उसने अपने माता-पिता और प्रेमिका की हत्या की थी। रायपुर के संुंदर नगर स्थित मकान में इसने अपने पैरेंट्स को मारकर गाड़ दिया था। भोपाल में इसने अपनी प्रेमिका को दफना दिया था।

28 साल की आकांक्षा की तलाश में हो सका खुलासा
पश्चिम बंगाल के बांकुरा में रहने वाले देवेंद्र कुमार शर्मा की 28 साल की बेटी आकांक्षा उर्फ श्वेता की 2007 में उदयन नाम के लड़के से सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई थी। जून 2016 में घर से नौकरी करने की बात कहकर आकांक्षा भोपाल आ गई। यहां वह उदयन के साथ साकेत नगर में रहने लगी। उसने परिवारवालों को बताया कि मैं अमेरिका में नौकरी कर रही हूं। जुलाई 2016 के बाद आकांक्षा के परिवारवालों से बात होनी बंद हो गई। भाई ने नंबर ट्रेस कराया तो लोकेशन भोपाल की निकली। परिवार के लोगों को शक था कि आकांक्षा उदयन के साथ रह रही है। दिसंबर 2016 में आकांक्षा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई। बांकुरा पुलिस भोपाल आई थी, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली थी।

उदयन ने बताया था कि उसने पहले आकांक्षा का मुंह तकिए से दबाया था। फिर उसका गला घोंट दिया था। शव को ठिकाने लगाने के लिए लाश को एक बॉक्स में बंद किया। बक्से के अंदर सीमेंट भर दी थी। इसके बाद बक्से को एक चबूतरा बनाकर उसे भी सीमेंट से भरकर बंद कर दिया था। पुलिस को चबूतरा तोड़ने में ही 7 से 8 घंटे लग गए थे।

पुलिस के अनुसार, आकांक्षा को उदयन के राज का पता चल गया था। इसलिए वह घर लौटना चाहती थी। उसने ट्रेन का टिकट भी बुक कराया था। उनके रिश्तों का करीब सात साल से चल रहा झूठ आकांक्षा को पता चल चुका था। इस बात पर दोनों के बीच बहस भी हुई थी। इसके बाद आकांक्षा ने 12 जुलाई को कोलकाता लौटने के लिए ट्रेन से टिकट भी बुक कर लिया था। उदयन ने उसे मना लिया था। 14 जुलाई 2016 की रात आकांक्षा और उदयन के बीच जमकर बहस हुई थी। आकांक्षा के सोने के बाद वह रातभर उसकी हत्या की प्लानिंग करता रहा। 15 जुलाई की सुबह उसने आकांक्षा की हत्या दी।

पुलिस को लगा था कि यह सिर्फ आकांक्षा की हत्या तक ही सीमित है, लेकिन जब उसके माता-पिता के बारे में पूछा गया तो वह ठीक से जवाब नहीं दे पाया। ऐसे में पुलिस को संदेह हुआ और फिर पूछताछ में उसने जो खुलासा किया उससे पुलिस के हाथ पैर फूल गए। उसने अपनी मां इंद्राणी और पिता वीके दास की 2010 में हत्‍या कर उनके शव रायपुर वाले मकान के गार्डन में दफना दिए थे। उसने पूछताछ में बताया था कि मां अमेरिका में रहती हैं, जबकि पापा की बीमारी से मौत हो चुकी है। जबकि उसने पहले मां और फिर पिता की हत्या की थी। रायपुर में उसने खुद ही माता-पिता के शव दफनाने वाली जगह पर निशान लगाकर बताया था।

 


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