रायपुर, भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के बाद कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा शुरू करने जा रही है. इसके साथ ही 2023 में होने वाले चुनावों की तैयारी भी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में 90 हजार किलोमीटर की यात्रा तय करेगी.
छत्तीसगढ़ में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान और उसकी जिम्मेदारी पूर्व विधायकों और मंत्रियों को दी गई है. इसको लेकर कांग्रेस की मैराथन मीटिंग में लेखा-जोखा भी तैयार कर लिया है. हाथ से हाथ जोड़ अभियान के लिए ऐसे 20 चेहरों को ऑब्जर्वर बनाया गया है जो 2018 में मंत्री रहते कांग्रेस के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा चुके हैं.
यात्रा का लक्ष्य 90,000 किलोमीटर तय करना है. छत्तीसगढ़ राज्य में चुनाव से पहले जन-जन तक कांग्रेस की पहुंच बनाने के लिए यात्रा के दौरान कांग्रेस के कार्यकाल में किए सारे कामों को प्रमोट भी किया जाएगा और लोगों तक इसका संदेश पहुंचाया जाएगा. चुनाव से पहले से यात्रा का मकसद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में एक नई ऊर्जा पैदा करना भी होगा और 26 जनवरी से यह अभियान देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में भी शुरू होगा.
आज प्रदेश पर्यवेक्षक करेंगे बैठक
हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के प्रदेश पर्यवेक्षक अरुण यादव और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम आज 11.30 बजे प्रदेश कार्यकारिणी, जिला अध्यक्षों की बैठक लेने वाले हैं. इसके लिए सभी पर्यवेक्षकों को रायपुर बुलाया गया है. अरुण यादव बुधवार देर शाम रायपुर पहुंच गए हैं. वे कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे.
26 जनवरी से शुरू होगा अभियान
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने बताया था कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस पार्टी ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान शुरू करने वाली है. उन्होंने बताया कि ये अभियान 26 जनवरी को शुरू किया जाएगा. ये यात्रा तीन स्तर की होगी- जिले ब्लॉक लेवल पर यात्रा, जिले में अधिवेशन और राज्य में बड़ी यात्रा. जयराम ने बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी इसमें भाग लेंगे. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ के रायपुर में फरवरी के दूसरे हफ्ते में तीन दिनों का प्लेनरी सेशन करने जा रही है. इसमें युवा, बेरोजगारी प्रस्ताव, आर्थिक प्रस्ताव जैसे प्रस्ताव लाए जाएंगे.