राष्ट्रपति के दौरे के दौरान सुरक्षा में चूक के मामले में महिला जेईएन निलंबित


जोधपुर, राजस्थान के पाली जिले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की सुरक्षा में चूक के मामले में महिला जेईएन को निलंबित कर दिया गया है। राष्ट्रपति 4 जनवरी को जंबूरी के उद्घाटन समारोह में शिरकत करने पहुंची थी। इस दौरान जलदाय विभाग में कार्यरत जूनियर इंजीनियर अंबा सियोल ने प्रोटोकॉल तोड़कर राष्ट्रपति के पैर छूने का प्रयास किया था। अचानक हुई इस घटना पर सुरक्षा में तैनात गार्ड ने तुरंत उन्हें दूर हटाया। बाद में इस मामले में कार्रवाई करते हुए गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट तलब की थी। राजस्थान सरकार ने जलदाय विभाग की इस जेईएन को निलंबित कर उनका मुख्यालय बाड़मेर कर दिया है।

पाली पहुंची थीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पाली के निकट निम्बली ब्रह्मणन गांव में 4 जनवरी को जंबूरी के उद्घाटन समारोह में आई थीं। हेलीपेड पर थ्री-लेयर सुरक्षा के बीच रोहट के जलदाय विभाग के कार्यरत JEN अम्बा सियोल ने प्रोटोकॉल तोड़ राष्ट्रपति के पैर छूने की कोशिश की थी। वहां सुरक्षा में तैनात एक सुरक्षाकर्मी ने फौरन उसे रोककर पीछे हटा दिया था। लेकिन घटना का वीडियो वायरल हो गया।

गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट

गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति की सुरक्षा के इस चूक के मामले को गंभीरता से लेते हुए रिपोर्ट मांगी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए 12 जनवरी को जलदाय विभाग ने आदेश जारी कर जेईएन अम्बा सियोल को निलंबित करते हुए उनका मुख्यालय बाड़मेर कर दिया है। सियोल 6 माह पहले से ही तबादले के बाद जलदाय विभाग के रोहट कार्यालय में कार्यरत है। वह 27 जनवरी 2015 से सर्विस में है। 6 सितम्बर 2022 को ड्यूटी जॉइन की थी। विभागीय स्तर पर उन्हें दोषी मानते हुए निलंबित किया गया है ।

ये था घटनाक्रम

4 जनवरी को पाली के निम्बली में जम्बूरी स्थल पर बने हेलीपेड पर राष्ट्रपति की अगवानी के लिए हेलीपेड पर खड़े राज्यपाल, मुख्यमंत्री समेत प्रोटोकॉल में आठ अफसरों की कतार में अचानक एक युवती आकर खड़ी हो गई थी।राष्ट्रपति के उतरने पर सुरक्षा में सेंध लगा प्रोटोकॉल तोड़ती हुई इस युवती ने राष्ट्रपति के एकदम नजदीक जाकर पैर छू लिए थे। राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड समेत अफसरों ने इस महिला को फौरन हटाकर दूर किया था। उसे बाद में रोहट थाना भी ले जाया गया और पूछताछ भी की गई थी। घटना के संज्ञान में आने के बाद गृह मंत्रालय, सेना व खुफिया जांच एजेंसियों के द्वारा भी पड़ताल की गयी।

 


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