प्रदेश कांग्रेस और महापौर एजाज ढेबर ने आज एक पत्रकार वार्ता में खुलासा किया कि भाजपा जिस चौपाटी निर्माण प्रोजेक्ट का विरोध कर रही है, यह उसी के राज में यूथ हब के नाम से स्वीकृत हुआ था. महापौर ने इसके सबूत के तौर पर रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 08 जून 2018 को जारी पत्र की कॉपी भी मीडिया को जारी की.
रायपुर, महापौर एजाज ढेबर, नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे, शहर कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे तथा प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला की उपस्थिति में राजीव भवन में प्रेस कांफ्रेंस हुईं. इस अवसर पर श्री शुक्ला ने कहा कि भाजपा ने जिस यूथ हब को ओके किया था, उसमें सायकिल ट्रैक, वेडिंग जोन, लैण्ड स्केपिंग आदि बनाया जाना था लेकिन भाजपा की सरकार चली जाने से प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में पड़ गया. जब कांग्रेस की सरकार बनी तो उसने जनहित में समझते हुए इसी प्रोजेक्ट को चौपाटी नाम से आगे बढ़ाया है लेकिन अब भाजपा इसका विरोध कर रही है जोकि इनके दोहरे चरित्र को उजागर करता है.
भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर : एजाज ढेबर
महापौर एजाज ढेबर ने आगे कहा कि पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने मुझसे चर्चा का समय मांगा था और मैंने लिखित आमंत्रण देते हुए उन्हें चर्चा के लिए आमंत्रित किया था लेकिन मूणत आए नही और अचानक उन्होंने धरना—प्रदर्शन चालू कर दिया. इन सबसे साफ होता है कि भाजपा नेता दोहरा चरित्र रखते हैं और सस्ती लोकप्रियता हासिल करना चाहते हैं. चार साल तक सभी चुप बैठे रहे और अब जबकि विधानसभा चुनाव आ रहे हैं तो मूणत अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं. उन्होंने आश्चचर्य जताया कि एक चौपाटी के निर्माण में भाजपा के शीर्ष नेता तक प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं.
श्री ढेबर ने कहा कि तीन साल हो गए मेरे कार्यकाल को लेकिन भाजपा भ्रष्टाचार का एक भी मामला डाक्यूमेंट के साथ साबित नही कर सकी. हम पूरी पारदर्शिता के साथ चौपाटी का निर्माण कर रहे हैं और बातचीत के रास्ते हमेशा खुले हुए हैं.
इंजीनियरिंग कॉलेज की जमीन पर भाजपा ने फूड कोर्ट बनवाया
नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने सवाल उठाया कि इंजीनियरिंग कॉलेज की जमीन पर, सेंट्रल लायब्रेरी के पास फूड कोर्ट भाजपा राज में ही बना. यहां पर दर्जनों दुकानें बनाई गईं तब भाजपा को शैक्षणिक संस्थानों के वातावरण की याद नही आई. आज जब उन्हीं के द्वारा प्रस्तावित प्रोजेक्ट को कांग्रेस सरकार चौपाटी के नाम से आगे बढ़ा रही है तो सस्ती राजनीति कर अपना खोया हुआ जनाधार वापस लाना चाहते हैं. जनता सब समझती है.
श्री दुबे ने आगे कहा कि स्काईवॉक में कितने का भ्रष्टाचार हुआ और किसने किया. जो प्रोजेक्ट 44 करोड़ का था, वह 77 करोड़ कैसे हो गया. किसे खुश करने के लिए स्काईवॉक बनाया जा रहा था, इसका जवाब मूणत को देना चाहिए. सरकार ने जांच के आदेश दिए तो मूणत बौखला गए इसलिए वे चौपाटी निर्माण योजना का विरोध कर रहे हैं.
इस अवसर पर ज्ञान आयोग के चेयरमेन ज्ञानेश शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता धनंदजय सिंह ठाकुर, प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत, प्रवक्ता अंशुल मिश्रा, प्रवक्ता मणि वैष्णव, कांग्रेस नेता अजय साहू, पार्षद श्रीाकांत मेनन इत्यादि उपस्थित थे.