रायपुर. तीन दिवसीय फूल बगीचा प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों उद्घाटन हुआ। गाँधी गांधी उद्यान में रंग बिरंगे फूलों की प्रदर्शनी का आमजन आज और कल शाम तक आनंद उठा सकते हैं। प्रदर्शनी में 10 हजार गमलों में 45 से अधिक फूलों की प्रजातियां देखी जा सकती हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोरोनाकाल में हमें पता चला कि जो प्रकृति के करीब है, उनमें कोरोना का असर कम हुआ अन्यथा शहरवाले सबसे ज्यादा शिकार हुए क्योंकि यहां प्रदूषण सबसे ज्यादा है. श्री बघेल ने कहा कि खेती और बागवानी करने वाले किसान और पर्यावरणविद अनुकरणीय काम कर रहे हैं. यह प्रदर्शनी भी इसी का एक उदाहरण है. इसके पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और खादय मंत्री अमरजीत भगत का स्वागत संस्था के जयेश पिथालिया, मोहन वर्लयानी, सुनीता चंसोरिया, दलजीत बग्गा, जया भगवानानी ने किया तथा मुख्यमंत्री को पूरी प्रदर्शनी का अवलोकन भी कराया.
इस प्रदर्शनी में गुलाब, गेंदा, ग्लेडोलाई, सेवंती, डेहलिया के अलावा जरबेरा, फ्लाक्स बर्बीना, कारनेशन, लीली आदि प्रदर्शित हुए हैं। पांच से 50 वर्ष तक के बोनासाई भी दिखेंगे। यहां आने वाले लोगों को बागवानी के तरीके भी सिखाए जा रहे हैं। बता दें यहां सेल्फी जोन भी बनाया गया है, जो लोग अपने फोटो क्लिक कर सकते हैं। प्रदर्शनी का आयोजन उद्यानिकी विभाग, कृषि विश्वविद्यालय, निगम और जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड के सहयोग से किया जा रहा है, जो कल नौ जनवरी तक चलेगी।
प्रकृति की ओर से सोसाइटी के अध्यक्ष दलजीत बग्गा ने बताया कि इस प्रदर्शनी में आने वाले लोगों को गमलों और छतों में सब्जी लगाने की विधि भी बताई जाएगी।इंदिरा गांधी कृषि विवि द्वारा कंद जगदलपुर से लाकर दिखाया और बेचा जाएगा। साथ ही औषधीय पौधे भी रखे होंगे। उन्होंने बताया कि दुर्ग, राजनांदगांव में होने वाली ड्रेगनफ्रूट की खेती की जानकारी मिलेगी। यहां आने वाले लोगों को अलग ही अनुभव होगा।