Raigarh Marine Drive Controversy : रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ शहर के जेल पारा और प्रगति नगर में मरीन ड्राइव परियोजना के लिए अवैध घरों को तोड़ने की कार्रवाई ने तूल पकड़ लिया है। नगर निगम की बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ स्थानीय लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की जा रही है, और पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, और निगम की कार्रवाई अभी भी जारी है।
बुलडोजर से टूट रहे आशियाने
नगर निगम ने जेल पारा और प्रगति नगर में मरीन ड्राइव प्रोजेक्ट के लिए 100 से अधिक अवैध घरों को तोड़ने का नोटिस जारी किया था। आज सुबह निगम की टीम बुलडोजर लेकर इन घरों को ढहाने पहुंची। अब तक 10 से ज्यादा घरों को गिराया जा चुका है। कार्रवाई के दौरान भारी तनाव का माहौल है, और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर रखी है। स्थानीय लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता जेसीबी मशीनों के सामने खड़े होकर विरोध जता रहे हैं।
वित्त मंत्री के घर के सामने प्रदर्शन कांग्रेस का विरोध
कांग्रेस ने इस कार्रवाई को गरीबों के खिलाफ बताते हुए मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वित्त मंत्री ओपी चौधरी के घर के सामने भी प्रदर्शन किया। महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर कार्रवाई का जमकर विरोध किया, जिसके बाद पुलिस ने आधा दर्जन से ज्यादा महिलाओं को हिरासत में लिया। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि यह कार्रवाई बिना उचित सूचना और पुनर्वास की व्यवस्था के की जा रही है।
स्थानीय लोगों ने क्या कहा
स्थानीय लोगों का कहना है कि वे दशकों से इन घरों में रह रहे हैं, और बिना पर्याप्त सूचना या मुआवजे के उनके आशियाने उजाड़े जा रहे हैं। उनका आरोप है कि मरीन ड्राइव परियोजना के नाम पर प्रशासन जबरदस्ती उन्हें बेघर कर रहा है।
यह प्रोजेक्ट नया शनि मंदिर से जेल पारा होते हुए जूट मिल के पीछे (छठ पूजा स्थल) तक बनाया जाना है, जिसके दायरे में 100 से अधिक घर आ रहे हैं। लोगों का गुस्सा इस बात पर भी है कि उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था का कोई आश्वासन नहीं दिया गया।