रायपुर, छत्तीसगढ़ के मौसम में बदलाव की संभावना बनी हुई है. पश्चिम मध्य भारत में मौसम ने करवट लेने के संकेत देने शुरू कर दिए हैं. बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती परिसंचरण, पश्चिमी विक्षोभ और द्रोणिकाओं के असर से प्रदेश में आंशिक बदलाव की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 24 घंटों में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा और गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने की संभावना है, जिससे लोगों को गर्मी से आंशिक राहत मिल सकती है.
पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास के क्षेत्रों में एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण बन गया है, जो लगभग 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक सक्रिय है. इसके प्रभाव से नमी युक्त हवाएं प्रदेश की ओर आ रही हैं, जिससे मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं.
पश्चिमी विक्षोभ बना बड़ा कारण
एक पश्चिमी विक्षोभ 70 डिग्री पूर्व और 26 डिग्री उत्तर अक्षांश में स्थित है, जो उत्तरी भारत के मौसम पर प्रभाव डाल सकता है. इसके कारण प्रदेश में आंशिक बादल और गरज-चमक की गतिविधियों की संभावना बढ़ गई है.
द्रोणिकाएं भी हो रही हैं सक्रिय
इस समय दो द्रोणिकाएं मौसम को प्रभावित कर रही हैं. पहली द्रोणिका पश्चिमी राजस्थान से तटीय तेलंगाना तक फैली हुई है, जो 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई तक विस्तारित है. वहीं दूसरी द्रोणिका उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश से बांग्लादेश तक 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक सक्रिय है.
कल हल्की बारिश और गरज-चमक की संभावना
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के अनुसार, 12 अप्रैल को प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं. कुछ स्थानों पर अंधड़ और वज्रपात की भी आशंका है, जिससे लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
तापमान स्थिर, पर गर्मी से जल्द राहत के आसार
प्रदेश में अधिकतम तापमान में किसी विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं जताई गई है. हालांकि, अगले दो दिनों बाद गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है.