रायपुर । प्रदेश की 12 जातियों को जनजातियों की सूची में शामिल करने को लेकर एक बार फिर श्रेय की सियासत शुरू हो गई है। भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने अपनी पहल का दावा किया, तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा था, जिसके बाद यह सफलता हासिल हुई है।
पूर्ववर्ती रमन सरकार की पहल पर तंज कसते हुए सीएम बघेल ने कहा कि डबल इंजन की सरकार थी, लेकिन रमन सिंह की चलती नहीं थी। भाजपा के द्वारा पत्र लिखा गया था, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। हमने प्रयास किया तब जाकर सफलता मिली है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव बोल रहे हैं कि 10 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। वहीं, केंद्रीय मंत्री 72,000 लोगों को लाभ मिलने की बात कह रहे हैं। भाजपा केवल लाभ लेने का काम कर रही है, लेकिन हमने कई पत्र लिखे।
मुख्यमंत्री बघेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि यूपीए सरकार ने वर्ष 2008 में गारंटी दी थी, जिसमें पांच योजनाएं थी। इन गारंटियों के केंद्रांश को मोदी सरकार घटा रही है। पहले ही योजना में केंद्र की राशि ज्यादा थी, जिसे धीरे-धीरे कम करने का काम किया गया। गरीबों के आवास को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि एक अप्रैल से हमने आर्थिक सर्वेक्षण कराया है, जिसमें सबको लाभ मिलेगा।
मणिपुर में विपक्षी दलों के गठबंधन के दौरे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि विपक्षी दलों का दौरा दिखावा है, तो केंद्र सरकार ने स्वयं कमेटी क्यों बनाई। प्रदेश में बाघों की संख्या को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ का ट्रांजिट बना हुआ है। बाघ आते-जाते रहते हैं।