इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कहा कि वह राजधानी इस्लामाबाद में अपना मार्च रोक रहे हैं। यह फैसला उन्होंने तब लिया, जब एक दिन उनके काफिले पर एक हमलावर ने गोलियां चलाई थीं। हमले में इमरान खान घायल हो गए और उनके एक समर्थक की मौत हो गई थी। साथ ही अन्य 13 लोग हमले में घायल हो गए थे।
इमरान ने किया मार्च रोकने का फैसला
इमरान खान ने शुक्रवार देर रात पत्रकारों से बात की। खान घायल होने के बाद पहली बार दिए बयान में कहा कि वह स्वस्थ होने के बाद अपना विरोध फिर से शुरू करेंगे। बता दें कि इमरान खान का विरोध मार्च और रैलियां, जो पिछले शुक्रवार को शुरू हुईं। पंजाब प्रांत के वजीराबाद में गुरुवार के हमले तक शांतिपूर्ण थीं। गोलीबारी की घटना के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति पैदा हो गई है। पाकिस्तान में पहले भी इस तरह का इतिहास रहा है।
ठीक होने के बाद मार्च करेंगे शुरू
इमरान खान ने कहा, ‘जैसे ही मैं ठीक हो जाऊंगा, मैंने फैसला किया है कि मैं सड़कों पर वापस आऊंगा और इस्लामाबाद मार्च का आह्वान करूंगा।’ उन्होंने कहा कि उन्हें पता था कि उन्हें हमले में निशाना बनाया जा सकता है। खान ने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह खान और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस एजेंसी के लिए काम करने वाले सेना के जनरल फैसल नसीर पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
सरकार ने इमरान के आरोपों को नकारा
इमरान खान ने अपने आरोपों के लिए कोई सबूत नहीं पेश किया है, हालांकि शरीफ की सरकार ने खारिज कर दिया। जासूसी एजेंसी ने भी खान के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी बातों में कोई सच्चाई नहीं है। पाकिस्तान सरकार का कहना है कि उसने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने कहा कि हमले के मौके पर गिरफ्तार किए गए शूटर से शुक्रवार को भी पूछताछ की जा रही है। गुरुवार को, स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उस व्यक्ति को दिखाया गया, जो कह रहा है कि उसने अकेले शूटिंग को अंजाम दिया है।