रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रहे हैं। अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक यहां पीएम रायपुर में करीब 7500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ में पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। 7 जुलाई को सुबह करीब 10:45 बजे प्रधानमंत्री रायपुर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
जबलपुर-जगदलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रायपुर से कोडेबोड़ खंड की 33 किमी लंबी 4-लेनिंग को जनता को सौंपेंगे प्रधानमंत्री। पर्यटन को बढ़ावा देने के अलावा, यह कॉरीडोर जगदलपुर के पास इस्पात संयंत्रों के कच्चे माल, तैयार उत्पादों की आवाजाही के लिए अभिन्न अंग है और लौह अयस्क समृद्ध क्षेत्रों को कनेक्टिविटी प्रदान करता है। प्रधानमंत्री एनएच-130 के बिलासपुर से अंबिकापुर के 53 किलोमीटर लंबे 4-लेन बिलासपुर-पथरापाली खंड को समर्पित करेंगे। यह उत्तर प्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद करेगा और आसपास के क्षेत्रों में कोयला खदानों को कनेक्टिविटी प्रदान करके कोयले की आवाजाही को बढ़ावा देगा।
प्रधानमंत्री 6-लेन ग्रीनफील्ड रायपुर-विशाखापत्तनम कॉरिडोर के छत्तीसगढ़ एरिया के प्रोजेक्ट के लिए तीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। इनमें एनएच 130 सीडी पर 43 किलोमीटर लंबे छह लेन वाले झांकी-सरगी खंड का विकास शामिल है; एनएच 130 सीडी पर 57 किलोमीटर लंबा छह लेन वाला सरगी-बसनवाही खंड; और NH-130 CD का 25 किमी लंबा छह लेन वाला बसनवाही-मारंगपुरी खंड। उदंती वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में 2.8 किलोमीटर लंबी 6-लेन सुरंग एक प्रमुख घटक है। इन परियोजनाओं से धमतरी में चावल मिलों और कांकेर में बॉक्साइट समृद्ध क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी और कोंडागांव में हस्तशिल्प उद्योग को भी लाभ होगा। कुल मिलाकर, ये परियोजनाएं क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को प्रमुखता देंगी।
प्रधानमंत्री 103 किलोमीटर लंबी रायपुर-खरियार रोड रेल लाइन के दोहरीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे, इससे छत्तीसगढ़ में उद्योगों के लिए बंदरगाहों से कोयला, इस्पात, उर्वरक और अन्य वस्तुओं का परिवहन आसान हो जाएगा।
प्रधानमंत्री कोरबा में 130 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित 60 हजार मीट्रिक टन प्रति वर्ष की क्षमता वाले इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के बॉटलिंग प्लांट को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके अलावा, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत के तहत लाभार्थियों को 75 लाख कार्डों के वितरण की भी शुरुआत करेंगे।