रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हायर सेकंडरी की उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने में लापरवाही बरतने वाले 56 शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। मंडल ने एक साथ 56 शिक्षकों को ब्लैक लिस्टेड किया है। जबकि 5 शिक्षकों की वेतन वृद्धि रोकने की सिफारिश की है। खबरों के अनुसार बोर्ड ने उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने में लापरवाही बरतने वाले 53 शिक्षकों को अब तीन साल तक उत्तर पुस्तिकाओं की जांच नहीं कर सकेंगे जबकि तीन शिक्षकों को हमेशा के लिए मूल्यांकन के काम से बाहर कर दिया गया है।
मंडल के अनुसार हायर सेकंडरी की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों ने गंभीर लापरवाही बरती। जिससे परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम प्रभावित हुए। इस वजह से उनपर कार्रवाई की गई है।
मंडल की ओर से जारी आदेश के अनुसार 20 से 40 अंकों में वृद्धि वाले प्रकरणों में संबंधित मूल्यांकनकर्ता को 3 वर्ष के लिए मूल्यांकन कार्य से वंचित किया गया है।
इसी तरह 41 से 49 अंकों की वृद्धि वाले प्रकरणों में 3 साल के लिए मूल्यांकन कार्य से वंचित करने के साथ-साथ विभाग द्वारा एक साल की वार्षिक वेतन-वृद्धि रोकी जाएगी। इसमें दो शिक्षकों पर कार्रवाई हुई है, उसमें राजनांदगांव के भूपेंद्र कुमार बघेल और उर्वशी साहू के नाम शामिल हैं।
जबकि 50 से अधिक अंकों की वृद्धि करने वाले प्रकरणों में संबंधित तीन शिक्षकों को मूल्यांकन के काम से बाहर कर दिया गया है। इसमें राजनांदगांव के लेक्चरर टिकेंद्र कुमार महिपाल, दुर्ग की दिव्या अग्रवाल और सुजाता तिवारी हैं।