मणिपुर हिंसा को लेकर आज मुख्यमंत्री ने ताजा अपडेट दिया है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बताया कि 3 मई की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में लगभग 60 निर्दोष लोगों की जान चली गई, 231 घायल हो गए और लगभग 1700 घर जल गए। मैं लोगों से राज्य में शांति लाने की अपील करता हूं। फंसे हुए लोगों को उनके संबंधित स्थानों तक पहुंचाने का काम शुरू हो गया है।
मणिपुर में भड़की जातीय हिंसा के बाद वहां से अन्य राज्यों के लोगों का बाहर निकलना जारी है। सोमवार को कई राज्यों ने अपने लोगों को मणिपुर से सुरक्षित बाहर निकाला। तेलंगाना के 72 लोग राज्य सरकार द्वारा भेजे गए विशेष विमान से सोमवार दोपहर हैदराबाद पहुंचे। इनमें ज्यादातर छात्र हैं।
तेलंगाना के शिक्षा मंत्री सी मल्ला रेड्डी ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। आइएएनएस के अनुसार, आंध्र प्रदेश के 108 छात्र भी विशेष विमान से हैदराबाद पहुंच चुके हैं। मणिपुर में फंसे त्रिपुरा के छात्रों का आखिरी जत्था सोमवार को घर लौट आया। राज्य में फंसे लोगों को निकालने के लिए भेजी गई त्रिपुरा सरकार की टीम के साथ 16 छात्र अगरतला हवाई अड्डे पर उतरे।
त्रिपुरा के कुल 239 छात्रों को मणिपुर से निकाला गया है। सिक्किम के 128 छात्र मणिपुर से अपने घर लौट आए। सिक्किम के छात्रों को रविवार को पहले विमान से कोलकाता ले जाया गया, जहां से उन्हें देर शाम बसों से सिलीगुड़ी लाया गया। सिलीगुड़ी में एक रात रहने के बाद उन्हें अगले दिन सिक्किम लाया गया।