भोपाल, मध्य प्रदेश सरकार ने 48 घंटे के भीतर भोपाल जिले के कलेक्टर बनाए गए कौशलेंद्र विक्रम सिंह का पदस्थापना आदेश निरस्त कर दिया गया। सोमवार देर रात भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया के स्थान पर मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ अपर सचिव कौशलेंद्र विक्रम सिंह को कलेक्टर बनाया गया था। वे कार्यभार भी नहीं संभाल पाए और उनकी जगह आशीष सिंह को भोपाल कलेक्टर बनाए जाने का आदेश बुधवार रात को जारी किया गया।
मध्य प्रदेश सड़क निगम के प्रबंध संचालक आशीष सिंह की जगह अब अविनाश लवानिया लेंगे। लवानिया की पदस्थापना जल निगम के प्रबंध संचालक पद पर की गई थी। आशीष सिंह इंदौर नगर निगम आयुक्त और उज्जैन कलेक्टर के पद पर रह चुके हैं।
चुनावी जमावट के हिसाब से सोमवार को पांच कलेक्टर हटाए गए थे और दो का तबादला किया गया था। इसमें भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया का नाम भी शामिल था। उन्हें तीन माह बाद यहां पदस्थ रहते तीन साल होने वाले थे, इसलिए उन्हें बदले जाने की संभावना पहले से जताई जा रही थी पर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को भोपाल कलेक्टर बनाए जाने की संभावना नहीं थी क्योंकि वे मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी आदि शंकराचार्य प्रोजेक्ट को देख रहे थे।
सूत्रों का कहना है कि उनकी नई पदस्थापना से विचार परिवार नाराज था, इसलिए बुधवार को नए सिरे से विचार कर पदस्थापना में परिवर्तन किया गया और आशीष सिंह को भोपाल की जिम्मेदारी दी गई। वहीं, लवानिया को जो नई जिम्मेदारी दी गई थी, वे उससे संतुष्ट नहीं बताए जा रहे थे।
लवानिया की पदस्थापना के आदेश में संशोधन कर उन्हें सड़क विकास निगम की जिम्मेदारी दी गई है। निगम सेतु बंधन योजना के अंतर्गत 21 बड़े ओवर ब्रिज बनाने के साथ कई सड़क परियोजनाओं पर तेजी से काम कर रहा है। जल निगम का प्रबंध संचालक एस विश्वनाथ को बनाया गया है, जो पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक थे। उनके स्थान पर अब यह जिम्मेदारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह को दी गई है।