छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस का 85वां राष्ट्रीय अधिवेशन आज से शुरू हो रहा है। अधिवेशन में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सचिन पायलट के अलावा कई नेता पहुंच चुके हैं। साथ ही कांग्रेस की स्टेरिंग कमेटी की बैठक हो रही है। अधिवेशन में किन-किन मुद्दों पर चर्चा हो और किस तरह से रणनीति बने इसको लेकर दिशा-निर्देश दिया जाएगा।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, “इस सत्र के माध्यम से कांग्रेस पार्टी के सदस्यों के लिए एक नया संदेश जाएगा। सत्र में जो प्रस्ताव पारित किए जाएंगे, उन्हें जमीनी स्तर पर ले जाया जाएगा। 2024 के लिए एनडीए सरकार की उल्टी गिनती इसके साथ शुरू हो गई है। अधिवेशनके बाद पार्टी और मजबूत होकर उभरेगी।”
कांग्रेस देश में लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन को लेकर मोदी सरकार पर बेहद आक्रामक हमला करेगी। कांग्रेस ने एलान किया है कि वह अपने राजनीतिक प्रस्ताव में देश में अघोषित आपातकाल होने की बात उठाएगी। विपक्ष की एकजुटता की चर्चाओं के बीच कांग्रेस ने ताजा घटनाक्रम के मद्देनजर स्पष्ट किया है कि भाजपा के साथ पर्दे के पीछे से सहयोग का खेल खेलने वाले दलों को विपक्षी गठबंधन में दोहरा दांव खेलने का मौका नहीं मिलेगा।
बताया जा रहा है कि अधिवेशन में राजनीतिक प्रस्ताव सबसे अहम होगा जिसमें विपक्षी गठबंधन की तस्वीर को लेकर पार्टी का रुख स्पष्ट किया जाएगा। आखिरी दिन पांच सूत्री घोषणा के रूप में 2024 के लिए रोडमैप का एलान होगा। महा अधिवेशन के दौरान 25 फरवरी को राजनीतिक, आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय विषय पर प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।