मुंबई: भारतीय क्रिकेट का उभरता हुआ सितारा पृथ्वी साव पिछले कुछ महीनों से अपने खेल से अधिक पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में है। पृथ्वी को हाल ही में टीम इंडिया के टी20 में शामिल किया गया था लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में खेलने को मौका नहीं मिला। वहीं अब वह मुंबई के सांताक्रूज स्थित एक रेस्टोरेंट में फीमेल फैन के साथ सेल्फी को लेकर वह विवादों में हैं। सेल्फी का यह विवाद इतना अधिक बढ़ गया है कि पृथ्वी साव के दोस्त आशीष ने 8 लोगों के ऊपर एफआईआर दर्ज कराई जिसमें सना उर्फ सपना गिल नाम की एक मॉडल-एक्ट्रेस है। एफआईआर के बाद सपना की गिरफ्तारी हो चुकी है। ऐसे में यह मामला अब काफी आगे बढ़ चुका है।
पृथ्वी साव को भारत का एक उभरता हुआ क्रिकेटर माना जाता है। क्रिकेट दिग्गजों का मानना है कि इस खिलाड़ी में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग जैसे महान बल्लेबाज की झलक देखने को मिलती है लेकिन फिलहाल वह अपने खेल से अधिक विवादों के कारण जाने जा रहे हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है आखिर बार-बार पृथ्वी साव विवादों में क्यों फंस जाते हैं।
क्या है सेल्फी विवाद
दरअसल बुधवार की रात को पृथ्वी साव अपने कुछ दोस्तों के साथ मुंबई के एक रेस्टोरेंट में डिनर करने गए थे। वहां पर सपना और उसका साथी शोभित ठाकुर ने पृथ्वी से सेल्फी की मांग की। पृथ्वी ने उन्हे सेल्फी दे भी दी लेकिन दोनों लगातार उनका वीडियो और फोटो ले रहे जिससे तंग आकर पृथ्वी ने रेस्टोरेंट के मैनेजर से कहकर उन दोनों को वहां से बाहर करा दिया। इसके बाद सपना और उसके कुछ साथी रेस्टोरेंट के बाहर पृथ्वी और उसके दोस्तों का निकलने का इंतजार करने लगे।
पृथ्वी के साव के बाहर आते ही एक बार फिर से हंगामा शुरू हो गया। इस बीच सपना के दोस्तों ने पृथ्वी के दोस्त की कार का शीशा तोड़ दिया और उनके साथ हाथापाई पर उतर गए। इसका वीडियो भी वायरल हुआ है। वहीं इस वीडियो में सपना कहती हुई सुनाई दे रहीं है कि पृथ्वी और उनके दोस्तों ने उनके साथ मारपीट की है। बाद में उनके वकील ने भी कहा कि सपना के साथ बदसलूकी हुई है।
दूसरी तरफ पृथ्वी साव के दोस्तों का कहना है कि सपना और उनके साथियों ने कार का शीशा तोड़ा और मामले को रफा दफा करने के लिए 50 हजार रुपए की भी मांग की थी। हालांकि अब यह पूरा मामला पुलिस में चला गया है।
डोप टेस्ट के बाद पृथ्वी पर जब लगा था 8 महीने बैन
पृथ्वी साव का विवादों से एक खास लगाव हो चुका है। साल 2019 की यह घटना है जब पृथ्वी को डोप टेस्ट में फेल होने के बाद उन्हें 8 महीने के लिए बैन कर दिया गया था। डोपिंग विवाद में फंसने के बाद पृथ्वी ने सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने गलती से कफ सिरप पी ली थी और इसकी जानकारी उन्होंने फिजियो को नहीं दिया था। पृथ्वी ने बताया था कि उन्हें खांसी हो गई थी जिसके बाद उन्होंने अपने पिता से पूछा था कि वह क्या करें। इस पर उनके पिता ने पृथ्वी को कफ सिरप पीने की सलाह दी थी।
हालांकि यह पृथ्वी साव का पक्ष था लेकिन अगर गौर किया जाए तो बीसीसीआई अपने सभी खिलाड़ियों की खान पान से लेकर उनकी फिटनेस और छोटी से छोटी बीमारी तक का ध्यान बारीकी से रखता है। ऐसे में पृथ्वी कैसे भूल गए कि अगर वह बाहर से दवाई ले रहे हैं तो उसका उन्हें नुकसान हो सकता है। क्या इंटरनेशनल लेवल के एथलीट को इस बारे में नहीं बताया जाता है कि बिना डॉक्टर और फिजियो के सलाह से कोई भी दवाई नहीं लेनी है। हालांकि बैन खत्म होने के बाद से ही वह नेशनल टीम के लिए कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके।
पृथ्वी आखिरी बार 2020 में टीम इंडिया के लिए खेलने मैदान पर उतरे थे। इसके बाद से वह उन्हें एक भी मैच में मौका नहीं मिला है। हालांकि इस बीच घरेलू क्रिकेट में उनका प्रदर्शन दमदार रहा लेकिन नेशनल टीम में वह अपनी जगह खो बैठे।
खराब फिटनेस बनी टीम से बाहर होने की वजह
सिर्फ डोप टेस्ट में फेल होना ही नहीं, पृथ्वी साव की खराब फिटनेस के कारण भी उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। पिछले कुछ सालों में टीम इंडिया में फिट खिलाड़ियों को तरजीह दी गई है। वहीं पृथ्वी अपनी उम्र के हिसाब काफी अनफिट हो गए थे। उनका मोटापा काफी बढ़ गया था और मैदान पर वह उतने फुर्तिले नहीं दिखते जितनी की टीम मैनेजमेंट चाहती थी।
इसके अलावा वह टीम इंडिया के यो यो टेस्ट में भी फेल हो गए थे, इसके कारण भी उन्हें टीम से बाहर किया गया था।